बड़ी खबर: यूपी में ‘ट्रेनी महिला सिपाही’ की छत से गिरकर मौत.. एक और प्रशासनिक चूक की कहानी

उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती महिला कांस्टेबल की ट्रेनिंग के दौरान एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। फिरोजाबाद में एक ट्रेनिंग सेंटर की छत से गिरने के बाद 22 वर्षीय ट्रेनी महिला कांस्टेबल की मौत हो गई। इस घटना के बाद से प्रशिक्षण संस्थान में शोक और सवाल दोनों छा गए हैं। मृतका की पहचान फतेहपुर निवासी नीलम यादव के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।
नहाने के लिए छत पर गई थी महिला कांस्टेबल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतका नीलम यादव ट्रेनिंग के लिए फिरोजाबाद स्थित पुलिस लाइन में रह रही थी। गुरुवार सुबह करीब 6 बजे वह अन्य महिला कांस्टेबल्स के साथ छत पर नहाने गई थी। नहाने के दौरान अचानक उसका पैर फिसला और वह छत से नीचे गिर गई। गिरने के तुरंत बाद साथी सिपाहियों ने अफसरों को सूचना दी और उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत, जांच शुरू
अस्पताल में प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि नीलम की मौत सिर में गंभीर चोट लगने के कारण हुई। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी मृतका के परिजनों को दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस पूरे मामले में जांच शुरू कर दी गई है और यह पता लगाया जा रहा है कि प्रशिक्षण केंद्र में सुरक्षा के क्या इंतजाम थे।
परिजनों में मचा कोहराम, जिम्मेदारी तय करने की मांग
मृतका नीलम यादव के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने प्रशासन से सवाल उठाए हैं कि ट्रेनिंग सेंटर में बुनियादी सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए थे? क्या महिला सिपाहियों के लिए अलग से सुरक्षित बाथरूम या स्नानगृह की व्यवस्था नहीं थी? इस घटना ने महिला पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहले भी उठे हैं सवाल, अब फिर आई जिम्मेदारी की घड़ी
गौरतलब है कि यूपी पुलिस ट्रेनिंग केंद्रों में पहले भी कई बार सुविधाओं की कमी को लेकर शिकायतें सामने आ चुकी हैं। अब इस दुखद हादसे ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन और प्रशिक्षण प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिला कांस्टेबल्स के लिए समुचित व्यवस्था, शौचालय, स्नानगृह और मेडिकल इमरजेंसी सेवाओं की उपलब्धता पर सरकार को तुरंत संज्ञान लेने की ज़रूरत है।
प्रशासनिक चूक की कहानी ?
नीलम यादव की मौत एक साधारण हादसा नहीं, बल्कि एक गहरी प्रशासनिक चूक की कहानी कहती है। अगर बुनियादी सुरक्षा इंतजाम होते, तो शायद एक होनहार महिला कांस्टेबल की जान बचाई जा सकती थी। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या प्रशासन इस घटना से सबक लेगा या फिर यह भी अन्य घटनाओं की तरह भुला दी जाएगी।