“तुमसे बड़ा हीरो हूँ..” कहकर DM ने बड़े अधिकारी को लाठी से पीटा.. पड़े लेने के देने ! योगी सरकार को भी चेतावनी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में सिंचाई विभाग के एक इंजीनियर की कथित रूप से जिलाधिकारी द्वारा डंडे से पिटाई किए जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश के अभियंताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। बुधवार को राजधानी लखनऊ में इंजीनियर एसोसिएशन के नेतृत्व में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया गया और संबंधित डीएम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई गई।

शुक्रवार की शाम हुई थी मारपीट की घटना

इंजीनियर एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अजय यादव ने जानकारी दी कि यह घटना बीते शुक्रवार शाम लगभग 7 बजे की है, जब आजमगढ़ के जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के एक अभियंता को डंडे से मारा। यह जानकारी जब शनिवार को अन्य इंजीनियरों को मिली, तो पूरे विभाग में आक्रोश की लहर दौड़ गई।

प्रदेशभर में अभियंताओं का गुस्सा फूटा

इंजीनियर एसोसिएशन का कहना है कि अभियंता प्रदेश में विभिन्न विकास परियोजनाओं पर सरकार के निर्देशानुसार कार्य कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अपमानजनक व्यवहार और हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। इसी के विरोधस्वरूप लखनऊ समेत सभी जिलों में अभियंता लामबंद हुए हैं और जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं।

तीन प्रमुख मांगें: निलंबन, एसओपी और सम्मान

एसोसिएशन ने तीन प्रमुख मांगें सामने रखी हैं:

  • आजमगढ़ के जिलाधिकारी को तत्काल निलंबित किया जाए।
  • ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) बनाई जाए।
  • अभियंताओं को अधीनस्थ (सबऑर्डिनेट) नहीं, बल्कि सहयोगी के रूप में सम्मान दिया जाए।

संघर्ष की चेतावनी, नेशनल फेडरेशन भी उतरेगी मैदान में

एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि फिलहाल यह आंदोलन केवल विरोध स्वरूप है, लेकिन यदि सरकार ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाया, तो बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। गुरुवार को नेशनल इंजीनियर फेडरेशन भी प्रदर्शन में शामिल होगी।

“डंडे से नहीं, सम्मान से चले सरकार” – अजय यादव

अजय यादव ने कहा कि अभियंता प्रदेश में पुलों, एक्सप्रेसवे और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल मिलना चाहिए। “अगर डंडे से ही सरकारी कार्य होंगे, तो अधिकारी फील्ड में जाने से डरेंगे और विकास बाधित होगा,” उन्होंने चेताया।

“ब्रिटिश राज जैसी मानसिकता छोड़ें अधिकारी”

डीएम और कर्मचारियों के बीच बढ़ते टकराव पर अजय यादव ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कुछ जिलाधिकारी खुद को अभी भी ब्रिटिश राज का अधिकारी समझते हैं। “हम सरकार के मार्गदर्शन में काम करते हैं, लेकिन अगर सम्मान नहीं मिला तो कर्तव्यपालन असंभव हो जाएगा,” उन्होंने कहा।

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