ड्रैगन की चेतावनी:अमेरिका से कहा- ताइवान की आजादी का समर्थन न करें, ऑस्ट्रेलिया ने कहा- हम भी US के साथ

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच सोमवार शाम को वर्चुअल मीटिंग होने वाली है। इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर अमेरिका से ताइवान की आजादी के समर्थकों को सहयोग न करने को कहा है।

शनिवार को जारी किए गए बयान के मुताबिक, चीन के सीनियर राजनयिक वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बातचीत के दौरान ताइवान मसले पर अपनी बात रखी। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री पीटर डटन ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिका के साथ है। अगर अमेरिका कोई एक्शन लेता है तो ऑस्ट्रेलिया उसका साथ देने के लिए तैयार है।

अमेरिका ने कही थी एक्शन लेने की बात
ऑस्ट्रेलिया का यह बयान बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान आने के बाद आया है। इस बयान में ब्लिंकन ने कहा था कि अगर ताइवान पर यथास्थिति को बदलने के लिए चीन दवाब डालता है, तो अमेरिका और उसके सहयोगी देश एक्शन लेंगे।

अमेरिका के ताइवान दौरे से नाराज चीन
पिछले दिनों अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के ताइवान दौरे के बाद चीन ने ताइवान के करीब सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया था। चीन ने अमेरिका के दौरे को उकसाने वाला काम करार दिया था। वहीं अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा था कि यह एक सामान्य दौरा था और ताइवान रिलेशंस एक्ट के तहत अपनी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखकर किया गया था। वहीं ताइवान की प्रेसिडेंट साइ इंग-वेन ने इस दौरे को बेहद अहम और दो दोस्तों की सहमति वाला बताया था।

अमेरिका-चीन के बीच 3 जगह टकराव के हालात
अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड से लेकर मिलिट्री तक कई जगह तनाव चल रहा है। खासतौर पर साउथ चाइना सी, ताइवान और हिंद-प्रशांत में टकराव ज्यादा है। ताइवान पर चीन की दबाव वाली रणनीति से निपटने के लिए अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वह हर कीमत पर ताइवान को मदद देगा। चीन इससे बिफरा हुआ है, क्योंकि वह ताइवान को अपना हिस्सा मानता है।

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