12 मुकदमे, ₹50,000 का इनामी और माफिया से गहरे कनेक्शन! STF की गोली से ढेर हुआ शार्प शूटर… देखें पूरी खबर

मुजफ्फरनगर में देर रात हुई यूपी एसटीएफ (एसपीटीफ़ोर्स) और बदमाशों की मुठभेड़ में, मुख्तार अंसारी व संजीव जीवा गैंग का कुख्यात शार्प शूटर शाहरुख पठान ढेर हो गया। उस पर ₹50,000 का इनाम रखा गया था जो लंबे समय से फरार चल रहा था। घटना ने प्रदेश में माफिया विरोधी कार्रवाई की गंभीरता सामने लायी।
घटना की स्थिति: बिजोपुरा चौराहा, छपार थाना क्षेत्र
मुजफ्फरनगर के छपार थाना अंतर्गत बिजोपुरा चौराहे के पास स्थित जंगल में उत्तर प्रदेश एसटीएफ मेरठ टीम और शाहरुख की गैंग के बीच देर रात फायरिंग हुई। एसटीएफ ने पहले कई बार उसकी लोकेशन ट्रेस की थी, लेकिन वह बार-बार फरार हो जाता रहा। अंततः, जब उसने पुलिस पर गोली चलाई, तो जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
एनकाउंटर के विवरण: कैसे हुआ पर्दाफाश?
शाहरुख पठान पुत्र जरीफ़, खालापार, मुजफ्फरनगर का रहने वाला था।
एसटीएफ ने कार चलाकर घेरा बंदी की, लेकिन शाहरुख ने फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी फायरिंग में वह मारा गया और शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
मौके से ब्रेज़ा कार, एक पिस्टल, दो रिवॉल्वर, कई जिंदा कारतूस और तीन खोखा कारतूस बरामद किए गए।
शाहरुख पठान: इनाम के साथ कुख्यात अपराधी
शाहरुख पठान संजीव जीवा व मुख्तार अंसारी गैंग का प्रमुख शार्प शूटर था।
उस पर लूट और हत्या समेत 12 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
जमानत पर बाहर आने के बाद उसने गवाहों धमकाने व जान से मारने की कोशिश करने के आरोप में केस दर्ज हुआ, और उसकी तलाश चल रही थी।
गैंगस्टर-मार्फिया से सुरक्षा व कानून का संदेश
यह एनकाउंटर उन शार्प शूटरों व माफिया सदस्यों के ख़िलाफ़ यूपी सरकार की सख्त कार्रवाइयों का हिस्सा है। इससे पहले कई अन्य गैंगस्टर जैसे संजीव जीवा, अनील दुजाना आदि भी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, और राज्य की कानून व्यवस्था मजबूत करने की कोशिश जारी है ।
प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसने की रणनीति
यूपी में माफिया और गैंगस्टर के खिलाफ एनकाउंटर अभियान स्थानीय प्रशासन की सक्रियता दर्शाता है:
इनाम घोषित कर अपराधियों को निशाना बनाया जा रहा है।
STF और पुलिस ने नियमित रूप से छापेमारी व दरोगाही जारी रखी हुई है।
ऐसे ऑपरेशन्स अपराधियों के मनोबल तोड़ने व आम जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के उद्देश्य से भी किए जा रहे हैं।