UP News: जानिए क्यों चंदौली में यूपी पुलिस के 6 दरोगा एक साथ किए गए सस्पेंड?

चंदौली. धान के कटोरे चंदौली में धान की सही तरीके से खरीद बड़ा मुद्दा बना रहता है. क्रय केंद्रों पर जांच पड़ताल के बाद कमोबेश हर साल क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है. इसी क्रम में 2018 में धान खरीद में हुए अनियमितता के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसकी विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में 6 दरोगा सस्पेंड (6 Sub Inspector Suspended) कर दिए गए हैं. कोर्ट के आदेश पर एसपी चंदौली ने यह कार्रवाई की है. एक साथ 6 दरोगा के निलंबन से पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति है. एडिशनल एसपी दयाराम ने निलंबन की पुष्टि की है.

बताया जा रहा है कि 2018 में जिले के विभिन्न धान क्रय केंद्रों पर धान खरीद में भ्रष्टाचार सामने आने पर तत्कालीन डीएम नवनीत सिंह चहल के निर्देश पर सदर व चकिया कोतवाली समेत अन्य थानों पर 6 क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसकी विवेचना क्षेत्रीय हल्का प्रभारी कर रहे थे. लेकिन विवेचना के दौरान विवेचकों ने लापरवाही बरतते हुए नियम 141 के तहत किसी भी आरोपी को नोटिस तामील नहीं कराया गया और विवेचना पूर्ण करते हुए कोर्ट को अपनी रिपोर्ट प्रेषित कर दी.

कोर्ट में ट्रायल के दौरान यह बात सामने आ गई कि विवेचना में लापरवाही बरती गई. और सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के मुताबिक नियम 141 के तहत बिना नोटिस दिए आरोपी पक्ष की बात सुने, विवेचना पूरी कर ली गई. जिसको लेकर हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए एसपी चंदौली को इस मामले से जुड़े सभी विवेचकों पर कार्रवाई के लिए निर्देश किया.

कोर्ट के निर्देश पर अमल करते हुए इससे जुड़े सभी 6 विवेचकों चौथी यादव, शिवानंद वर्मा, सत्यनारायण शुक्ला, अवधेश सिंह, सुनील मिश्रा और राजकुमार को निलंबित कर दिया.

इस बाबत एएसपी दयाराम सरोज ने बताया कि 2018 में धन क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ अनियमितता बरते जाने का मुकदमा दर्ज किया था. जिसकी विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में 6 दरोगा निलंबित किये गए है.फिलहाल सभी को पुलिस लाइन से सम्बद्ध किया गया.

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