UP: BJP मीडिया सेल की शुरू हुई अहम बैठक, बनेगी रणनीति

लखनऊ. 2022 के चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) उत्तर प्रदेश की मीडिया कार्यशाला (Media Workshop) सोमवार को राजधानी लखनऊ के भाजपा दफ़्तर पर आयोजित की गयी है. जिसमें प्रदेश भर के मीडिया सेल के कार्यकर्ता, राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश प्रवक्ता कार्यशाला में शामिल हुए. प्रदेश मीडिया कार्यशाला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह , प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल होंगे शामिल. इसके अलावा राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी राष्ट्रीय सह मीडिया प्रमुख संजय मयूख और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी शामिल हुए है.

मुख्यालय पर आयोजित प्रदेश मीडिया कार्यशाला का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया है. तो वही समापन सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का सम्बोधन होगा. प्रदेश मीडिया कार्यशाला में डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने प्रदेश टीम को संबोधित करते हुए कहा है कि जैसे विजय आप लोगों 2017,2019 में आपने प्राप्त की थी वैसे ही इस बार भी हासिल करनी है. समाज में हर वर्ग के लिए जितना काम हुआ है उतना काम किसी ने नहीं किया. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो काम हुआ है वो दुनिया के किसी भी देश में नहीं है.

अखिलेश चुनाव के वक्त करते हैं मंदिरों का दर्शन
प्रदेश में अयोध्या में राम मंदिर बन रही है, धारा 370 हटाया है. अखिलेश यादव सिर्फ़ चुनाव के वक्त मंदिरों में दर्शन करने जाते है. वो कुम्भ स्नान के लिए नहीं जाते. पहले सिर्फ़ लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर इफ़्तार की पार्टियां हुई थी. नवरात्र पर फलहार का कार्यक्रम कभी नहीं रखा गया. आप लोग भी फ़ीड बैक लेते होंगे मैं भी लेता रहता हूं. इस बार भी हम 300 प्लस के साथ विजयी हो रहे है. सपा बसपा और कोंग्रेस की तिकड़ी मिलकर भ्रष्टाचार किया है. केशव मौर्य ने किसान आंदोलन पर भी जमकर हमला बोलते हुए इसे चुनावी आंदोलन करार दिया है.

किसान आंदोलन के पीछे सपा- बसपा और कांग्रेस
ये किसान आंदोलन नहीं है ये चुनाव आंदोलन है. ये किसान सम्मेलन नहीं है चुनाव सम्मेलन है. मैं खुल के कहता हूं इसके पीछे सपा बसपा और कोंग्रेस के लोग है. भाजपा के साथ किसान पहले भी था आज भी है. क्योंकि आज किसी किसान को खाद के लिए लाठी नहीं खानी पड़ती. यूरिया में सब्सिडी बढ़ायी गयी. 2022 का चुनाव 2024 की तैयारी है. तो जो लोग 2022 के ज़रिए 24 का रास्ता देख रहे है उनका रास्ता हमे रोकना है.

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