यूपी में अब लोगों को नहीं रुलाएगा महंगा प्याज, साल में दो बार होगी पैदावार; जानें- क्या है सरकार की योजना

यूपी उद्यान विभाग ने पहली बार खरीफ के लिए जिलों में प्याज का लक्ष्य तय किया है। किसान इस खेती में रुचि लें इसके लिए बीज में अनुदान भी दिया गया है। इस कदम से प्याज के भाव कम होने के साथ दूसरे राज्यों से आपूर्ति की निर्भरता भी घटेगी।
हाड़तोड़ मेहनत और अनुकूल मौसम में ही अन्नदाता खेती में मुनाफा कमा सकता है, यह धारणा अब टूट रही है। मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, लेकिन बेमौसम भी फसल उगाकर लाभ लिया जा सकता है। प्याज को ही ले लीजिए…। रबी की फसल में इसका उत्पादन होता रहा है, अब यूपी में बारिश के मौसम यानी खरीफ में भी प्याज बोया जा रहा है। उद्यान विभाग ने पहली बार खरीफ के लिए जिलों में प्याज का लक्ष्य तय किया है। किसान इस खेती में रुचि लें, इसके लिए बीज में अनुदान भी दिया गया है। इस कदम से प्याज के भाव कम होने के साथ दूसरे राज्यों से आपूर्ति की निर्भरता भी घटेगी।

रबी की फसल में उत्तर प्रदेश में प्याज की खेती होती है। इसीलिए मार्च और अप्रैल माह में प्याज के दाम जमीन पर आते हैं और बारिश के बाद से जनवरी-फरवरी तक बाजार में दूसरे राज्यों का प्याज बिकता है। नियमित अंतराल पर प्याज महंगाई का पैमाना बनकर भी उभरता रहा है। खरीफ के समय कुछ उत्साही किसान ही इसकी बोवाई कर रहे थे, लेकिन उन्हें सरकार की ओर से कोई लाभ नहीं मिल पाता था। प्रदेश सरकार ने अब खरीफ में प्याज उगाने की ठानी है। जिम्मा उद्यान विभाग को सौंपा गया है।

प्याज उगाने के लिए जिले चिन्हित : राज्य औद्यानिक मिशन उत्तर प्रदेश की ओर से 21 जिलों में 2000 हेक्टेयर और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 30 जिलों में 1050 हेक्टेयर यानी कुल 51 जिलों में 3050 हेक्टेयर में बोवाई का लक्ष्य रखा गया है। यह खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर बीज पर 12 हजार रुपये अनुदान भी दिया जा रहा है। प्याज उगाने के लिए बलुई-दोमट मिट्टी वाले जिलों को ही चिन्हित किया गया है, ताकि बारिश में उनकी फसल खराब न हो।

वर्ष भर मिलेगा प्याज, महंगाई पर लगेगा अंकुश : उत्तर प्रदेश में प्याज की मांग करीब 10 लाख टन से अधिक है, रबी की फसल में करीब साढ़े तीन से चार लाख टन ही उत्पादन हो पाता है, बाकी के लिए महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से आयात करना पड़ता है। निर्भरता बढ़ने से प्याज के दाम भी आसमान छूते रहे हैं। खरीफ में प्याज का करीब 70 हजार टन से अधिक उत्पादन होने की उम्मीद है। इस कदम से साल में दो बार मार्च-अप्रैल व अक्टूबर-नवंबर में दाम नियंत्रित होंगे।

अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद : उत्तर प्रदेश उद्यान विभाग के निदेशक आरके तोमर ने बताया कि खरीफ प्याज का जिलों में व्यापक प्रचार कराकर लक्ष्य दिया गया है, बोवाई चल रही है। अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद है। पहली बार किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है।

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