UP: कानपुर में सामने आया 5.80 करोड़ घोटाला, तहसीलदार, समेत इन पर गिरेगी गाज

कानपुर. शादी अनुदान (Marriage Grant) और पारिवारिक लाभ योजना में हुए 5.80 करोड़ रुपये के घोटाले (Scam) में डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी के निलंबन की संस्तुति अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण को की है. इन पर फार्मों का सत्यापन न कराने का आरोप है. तहसीलदार सदर अतुल सचान की भूमिका की जांच करने, 21 लेखपालों व छह कानूनगो के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के आदेश एसडीएम सदर दीपक पाल को दिए हैं. 12 लेखपालों को नोटिस दे दी गई है. बताया जा रहा है कि जल्द ही लेखपाल और कानूनगो भी निलंबित कर दिए जाएंगे. शादी अनुदान योजना में लेखपाल, कानूनगो, दलालों की मिलीभगत से बड़ा घोटाला हुआ है.

दरअसल, समाज कल्याण विभाग,और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 में जिन्हेंं शादी अनुदान दिया गया है, उनका सत्यापन कराया गया है. पारिवारिक लाभ योजना का भी सत्यापन कराया गया था. जांच में पाया गया कि शादी अनुदान के 935 और पारिवारिक लाभ योजना के 1310 अपात्रों ने गलत तरीके से लाभ लिया है. इसमें शादी अनुदान के 702 और पारिवारिक लाभ योजना के 1106 लाभार्थी पते पर ही नहीं मिले हैं. अब इन लाभार्थियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है.

इससे पहले भी चार लेखपाल और एक लिपिक निलंबित का निलंबन हो चुका है. पूरे फर्जीवाड़े में 5.80 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. डीएम आलोक तिवारी ने बताया कि फिलहाल समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह के निलंबन की संस्तुति की है. तहसीलदार सदर की भूमिका जांचने के लिए कहा है. लेखपालों और कानूनगो के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. अगर पड़ताल में और लोग दोषी मिलेंगे तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी.

ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा

डीएम आलोक तिवारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद एडीएम सिटी अतुल कुमार सिंह से इस की गोपनीय जांच कराई गई थी. जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है. लेखपाल कानूनगो और दलालों के गठजोड़ से यह घोटाला हुआ है. उन्होंने बताया कि महिला लिपिक पर गलत तरीके से डिजिटल सिग्नेचर का भी आरोप है.

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