उन्नाव: जंगल में बनाए जा रहे थे अवैध असलहा, छापेमारी में एक को किया गिरफ्तार

उन्नाव में अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का हुआ भंडाफोड़, जंगल में बन रहे थे तमंचा

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में महज कुछ दिन और बचे हैं. ऐसे में चुनाव के दौरान दहशत फैलाने के उद्देश्य से असलहा की सप्लाई करने वाले तस्करों को उन्नाव पुलिस ने धर दबोचा. रायबरेली का रहने वाला एक युवक दो थानों की बीच की सीमा में एक जंगल में अवैध असलहा फैक्ट्री चला रहा था. जानकारी मिलने पर बिहार व बारासगवर पुलिस ने अवैध तमंचा, कारतूस समेत एक युवक को गिरफ्तार कर लिया. अन्य बिंदुओं पर पुलिस तफ्तीश कर रही है.

पुलिस उपाधीक्षक डीपी सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई की कलानी मोड़ चैनपुर जाने वाली रास्ते में हनुमान खेड़ा के पास जंगलों में अवैध तमंचा बनाने का काम हो रहा है, जिस पर बारासगवर और बिहार पुलिस के संयुक्त टीम को मौके पर भेजा गया.

जहां से रायबरेली जिले के सरेनी के रहने वाले रामाश्रय को अरेस्ट किया गया है. जिसके बाद जंगलों में छापेमारी की गई, जिसके बाद एक देसी बंदूक 12 बोर, 18 बनी बंदूक, एक तमंचा और 315 बोर के जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. इसके साथ ही जो भट्टी खोदने वाली सरिया, फायरिंग पिन, 10 पत्ती लोहे की समेत फैक्ट्री में उपयोग होने वाली अन्य चीजें बरामद हुई हैं. अभियुक्त के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उसे जेल भेजा गया है.

गोंडा में हुए 134 लाइसेंस निरस्त

यूपी में चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग काफी सख्त है. गोंडा में जिला निर्वाचन अधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बड़ा एक्शन लेते हुए, अब तक 134 शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. वहीं लगभग  200 शस्त्र लाइसेंस के निलंबन की प्रक्रिया चल रही है. इसमें डीएम ने भाजपा सांसद, सांसद के बेटे और पूर्व मंत्री समेत कई लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए हैं.

जानकारी के मुताबिक गोंडा 7  विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. डीएम ने पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा को बताया कि शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए यह आवश्यक है कि स्क्रूटनी कमेटी की ओर से मंजूर नोटिसों को थाने में या शस्त्र विक्रेताओं के यहां 100 रुपए के ट्रेजरी चालान के साथ जमा कराया जाए. इसके साथ ही जिन लाइसेंसियों के लाइसेंस निलंबित या निरस्त किए गए हैं, उनका वेरिफिकेशन कराते हुए लाइसेंस पर अंकित शस्त्र को पुलिस के मालखाने या शस्त्र की दुकानों पर जमा कराया जाए.

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