जातिवार जनगणना पर बोले केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर- हार के डर से विपक्ष पर उठा रहे सवाल

लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले एक बार फिर जातिवार जनगणना (Castewise Census) का मुद्दा जोर पकड़ रहा है. सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार समेत 11 दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर जातिवार जनगणना कराने की मांग उठाई. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी समाजवादी पार्टी की सरकार सत्ता में आने पर जातिवार जनगणना कराने का ऐलान कर चुके हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर (Kaushal Kishore) ने जातिवार जनगणना पर विपक्ष को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कहा है कि  विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. चुनाव में हार के डर से विपक्ष ऐसे मुद्दे उठा रहा है. उन्होंने कहा कि देश में जातिवार जनगणना पहले भी होती रही है. समय आने पर केंद्र सर्कार भी करवाएगी.

कौशल किशोर ने कहा की हमने लोकसभा में बिल पास किया है. राज्यों को अधिकार दिया है और हम जातिवार जनगणना समय आने पर कराएंगे. जातिवार जनगणना में लोगों के नाम, व्यवसाय और उनका धर्म भी पूछा जाता है. सभी की जाति भी पूछी जाती है. कौशल किशोर ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत उन लोगों पर निशाना साधा जो इस मुद्दे को उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2022 में हार का डर है. पहले भी हारे हैं और जो सीटें बची है वह भी हारेंगे. इसीलिए ऐसे मुद्दे उठा रहे हैं.

तालिबान को लेकर दिया बड़ा बयान
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि मुनव्वर राणा और संभल के सांसद शफीकुर्रहमान वर्क जैसे लोग अगर इस लड़ाई को तालिबान की आजादी की लड़ाई कहते हैं तो इन्हें हिंदुस्तान छोड़ देना चाहिए और अफगानिस्तान जाकर आजादी की लड़ाई लड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में महिलाएं और बच्चे परेशान हैं. वह अपनी आजादी की लड़ाई लड़ रही हैं. सड़कों पर उतर रही है और यह लोग बैठकर हिंदुस्तान में तालिबान की आजादी की बात कर रहे हैं, तो इन्हें वहां चले जाना चाहिए

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