आजादी के 100 साल पूरे होने तक देश के सौ शहरों में दौड़ेगी मेट्रो, जानें क्या है पूरा प्लान

केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा है कि अगले साल तक देश में 900 किलोमीटर क्षेत्र में मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा। कोविड से पहले मेट्रो के यात्रियों की संख्या 85 लाख तक पहुंच गई थी। फिलहाल यह करीब 30-35 लाख है। कोविड के हालात सामान्य होते ही यह संख्या एक करोड़ हो जाएगी। उन्होंने यह बातें बुधवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में न्यू अर्बन इंडिया एक्सपो के दौरान आजादी के सौ साल होने पर भारत में मेट्रो की स्थिति बयां करते हुए कहीं।

केंद्रीय सचिव ने कहा कि आजादी के सौ साल पूरे होने पर कम से कम देश के सौ शहरों में मेट्रो चलेगी। अब देश में 500 किलोमीटर में मेट्रो चल रही है, तब 5000 किलोमीटर में चलाने का लक्ष्य है। पैसेंजर भी तब ढाई करोड़ होंगे। मेट्रो की तुलना में मेट्रो लाइट, मेट्रो नियो और वाटर मेट्रो कम खर्चीले विकल्प हैं। मिश्र ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत हमने बढ़ी छलांग लगाई है। ग्लोबल टेंडरों में देश की कंपनियां बाजी मार रही हैं। गर्व का विषय है कि अब भारत में तैयार कोच कनाडा और आस्ट्रेलिया में चलेंगे।

यूपी के शहरों में बिछ रहा मेट्रो का जाल: केशव

यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी कुमार केशव ने प्रदेश में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्टों के अलावा प्रस्तावित प्रोजेक्टों की भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लखनऊ में दूसरे चरण में मुंशी पुलिया से जानकीपुरम, आईआईएम लखनऊ से राजाजीपुरम, चारबाग से एसजीपीजीआई और इंदिरा नगर से अवध बिहार योजना इकाना स्टेडियम तक करीब 47.94 किलोमीटर में मेट्रो चलाने की तैयारी है जबकि तीसरे फेस में अवध बिहार योजना से एयरपोर्ट और सचिवालय से सीजी सिटी साउथ तक 32.03 किलोमीटर के दायरे में मेट्रो संचालन प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि कानपुर और आगरा में तेजी से मेट्रो का काम चल रहा है। कानपुर में नौ किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरीडोर का अगले महीने शुभारंभ हो जाएगा। गोरखपुर में मेट्रो लाइट प्रोजेक्ट को राज्य सरकार मंजूरी दे चुकी है। वाराणसी के अलावा उन्होंने झांसी, अयोध्या, सहारनपुर में भविष्य के प्रोजेक्टों की भी चर्चा की।

रीजनल कनेक्टिवटी पर करना होगा फोकस

दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी मंगू सिंह ने मेट्रो के क्षेत्र में मेक इन इंडिया के सफल प्रयोग को विस्तार से प्रजेंटेशन के जरिए समझाया। महा मेट्रो के एमडी बृजेश दीक्षित ने मेट्रो लाइट और मेट्रो नियो के बारे में बताया। एनसीआरटीसी के एमडी वीके सिंह ने कहा कि 2050 तक देश में 53 फीसदी शहरीकरण हो जाएगा। ऐसे में मेट्रो के जरिए रीजनल कनेक्टिविटी पर फोकस करना होगा। चेन्नई मेट्रो के एमडी प्रदीप यादव ने लागत प्रबंधन पर प्रजेंटेशन दिया। कोच्चि मेट्रो रेल कारपोरेशन के निदेशक डीके सिंह ने ऊर्जा बचत पर बात रखी।

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