इस चुनाव बीजेपी ने यूपी में ही नहीं उन्नाव में भी रचा इतिहास, आजादी के बाद पहली जीती पुरवा सीट

यूपी के उन्नाव में भाजपा ने रचा इतिहास, आजादी के बाद पहली जीती पुरवा सीट

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद भाजपा की प्रचंड बहुमत से लोगों के बीच ख़ुशी की लहर है. वहीं इस चुनाव में भाजपा ने उन्नाव में भी इतिहास रच दिया है. उन्नाव की पुरवा विधानसभा सीट पर आज़ादी के बाद से अब भाजपा कभी नहीं जीती थी. पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी मैजिक भी नहीं चला था और बसपा ने जीत दर्ज की थी.

यूपी के बाद भाजपा ने उन्नाव में रचा इतिहास

इस बार भाजपा ने पुरवा जीत के लिए मास्टर प्लान बनाया और पुरवा सीट को फतह कर लिया है. इस सीट की जीत के लिए देश के प्रधानमंत्री ने भी रैली की थी. फिहलाल उन्नाव की पुरवा सीट पर बीजेपी की जीत का जश्न अब तक मनाया जा रहा. उन्नाव के पुरवा विधानसभा सीट से भाजपा ने ने इस बार अनिल सिंह पर विश्वास जताया था. अनिल सिंह बीजेपी को एक बड़ा इतिहास बना कर दिया है.

जहां सालों से भाजपा को यहां पर हार का सामना करना पड़ता था. वहीं अब प्रचंड वोटों के साथ जीत दर्ज की है. 2017 के चुनाव में बसपा से विधायक बने थे और कुछ ही दिन बाद बीजेपी में आ गए थे. पुरवा से कांग्रेस मुनव्वर राणा की बेटी उरुषा इमरान राणा मैदान में थी. वहीं चार बार से विधायक उदय राज यादव, अनिल सिंह को टक्कर दे रहे थे. वहीं हजारों वोटों से अनिल सिंह ने यूपी  विधानसभा चुनाव में पूर्वा सीट से जीत हासिल की है.

31 हजार वोट से दर्ज की जीत

पुरवा विधानसभा में इस बार बीजेपी उम्मीदवार अनिल सिंह 31061 वोट से जीत दर्ज की है. भाजपा से अनिल सिंह को 133827 वोट मिले हैं. सपा से उदय राज यादव चुनावी मैदान में थे, इनको 102766 वोट मिले. वहीं कांग्रेस से उरुषा इमरान राणा को 1878 वोट मिले, वह दो हज़ार वोट भी नहीं पा सकीं. बसपा से विनोद त्रिपाठी को 10557 वोट मिले हैं.

पुरवा विधानसभा क्षेत्र के लउवा सिंह खेड़ा ग्राम पंचायत ने इस विधानसभा को 8 बार विधायक दिया. इनमें ह्रदय नारायण दीक्षित और उदयराज यादव चार बार विधायक चुने गए. साल 2017 के चुनाव में अनिल सिंह बसपा के टिकट पर विजयी हुए थे.

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