आर्यन के परिवार को जमानत की उम्मीद नहीं, किंग खान के करीबी ने बताया ‘मन्नत’ के अंदर का हाल

शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की बेल पर सुनवाई 26 अक्टूबर को बॉम्बे हाई कोर्ट में चल रही है। देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी अब आर्यन के केस लड़ रहे हैं। रोहतगी के साथ सीनियर वकील अमित देसाई और सतीश मानेशिंदे भी कोर्ट की सुनवाई में मौजूद हैं।

इस केस में शाहरुख ने तीसरी बार आर्यन की जमानत के लिए वकील बदला है। वहीं दूसरी ओर NCB आज भी आर्यन की बेल याचिका को खारिज करवाने की जद्दोजहद में रहेगी। बेल की सुनवाई के बीच शाहरुख-गौरी के ‘मन्नत’ का कैसा है हाल, इस पर किंग खान परिवार के करीबी दोस्त ने अंदर के मूड के बारे खुलासा किया है।

परिवार को बेल न मिलने का है डर
मीडिया से बातचीत में दोस्त ने बताया कि, शाहरुख-गौरी खान समेत पूरा परिवार इसी सोच में है कि आज आर्यन को बेल नहीं मिल पाएगी। यह मामला थोड़ा और खिंचेगा। आर्यन की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। ‘मन्नत’ में खान परिवार का का मूड अच्छा नजर नहीं आ रहा है। आर्यन की मां गौरी खान मजबूती के साथ खड़ी हैं। वहीं, उनके पिता शाहरुख खान बेल के लिए हर संभव कोशिश को करने में जुटे हैं।

पापा शाहरुख को उम्मीद है कि बेटे आर्यन को जल्द से जल्द बेल मिल जाएगी। बता दें, आर्यन खान केस में आर्यन और अनन्या की व्हाट्सएप चैट में NCB को मिला है कि यह कोकीन लेने बात कर रहे थे। इसके चलते परिवार को लग रहा कि बेल मिलने में यह चैट समस्या खड़ी कर सकती है। इस केस में प्रभाकर नाम का नया ट्विस्ट भी सामने आया है।

मुंबई रेव क्रूज पार्टी के विटनेस प्रभाकर सेल ने एक नोटरी हलफनामें में यह दावा किया है कि किरण गोसावी ने NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की ओर से 25 करोड़ रुपए की डिमांड की थी। यह रकम आर्यन खान को केस में छोड़ने के लिए रखी गई थी। गोसावी वही आदमी हैं जिसकी आर्यन के साथ सोशल मीडिया में सेल्फी वायरल हो रही हैं।

नहीं सेलिब्रेट की एनिवर्सरी
आर्यन खान 2 अक्टूबर से जेल में हैं, जिसके चलते शाहरुख और गौरी ने इस साल अपनी मैरिज एनिवर्सरी नहीं सेलिब्रेट की है। उनके दोस्त ने बताया कि हर एनिवर्सरी पर गौरी के लिए शाहरुख कुछ खास करते हैं।

एक रिवाज है जिसको शाहरुख दिल्ली के दिनों से फॉलो करते आए हैं, लेकिन इस बार वह नहीं संभव हो पाया। बेटे आर्यन का ड्रग्स केस में फसना और आर्थर रोड जेल में बंद रहना मां-बाप के लिए किसी सदमे से कम नहीं।

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