भीषण गर्मी में खुले आसमान के नीचे, आग जलाकर तपस्या कर रहे “पागल बाबा” की हुई मौत, प्रशासन ने दी थी अनुमति

भीषण गर्मी में आग जलाकर तपस्या कर रहे 70 साल के एक साधु की अचानक से मौत हो गई। इस मामले की जानकारी जब प्रशासन को हुई तो प्रशासन मौके पर पहुंचा और पागल बाबा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

आग बरसाते सूरज के नीचे पागल बाबा कर रहे थे तपस्या

देश के तमाम राज्यों में इस वक्त भीषण गर्मी जनता को करे हुए हैं। ऐसे में लोग अपने घरों से कम ही बाहर निकल रहे हैं अगर घर से बाहर निकल भी रहे हैं तो अपने सिर पर कपड़ा लगाकर निकल रहे हैं। लेकिन एक संभल से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां खुले आसमान के नीचे आग बरसाते सूरज के सामने बैठकर तपस्या करना एक साधु को महंगा पड़ गया। इसके लिए उनको अपनी जान तक गवाना पड़ी। दरअसल बताते चलें कि पागल बाबा नाम से मशहूर साधु संभल जिले के एक स्थान पर पहुंचे यहां उन्होंने अपने चारों तरफ आग जला कर रखी। साधु 3 दिन तक अनुष्ठान कर रहे थे लेकिन रविवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

जिला प्रशासन ने दी थी अनुमति

पागल बाबा की मौत के मामले में बताया गया कि बाबा जी ने यहां तीन दिन के लिए अनुष्ठान का आयोजन किया था। उनका यह अनुष्ठान 23 मई से 27 मई तक चलना था। लेकिन अचानक से 26 मई को उनकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस मामले में बताया गया कि साधु ने जिला प्रशासन से 3 दिन के लिए अनुष्ठान करने की अनुमति मांगी थी। आप सवाल यह है उठ रहे हैं कि प्रचंड गर्मी के बीच लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं ऐसे में जिला प्रशासन ने बाबा को खुले में अनुष्ठान करने की अनुमति कैसे दे दी। जिला प्रशासन का कहना है कि पहले भी बाबाजी 23 बार तपस्या कर चुके हैं। फिलहाल में उनकी मौत की जानकारी उनके परिवार के लोगों को दे दी गई है।

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