Taali का हुआ धमाकेदार टीजर रिलीज

सुष्मिता सेन ने पिछले कुछ वर्षों में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी अपनी धाक जमा ली है। आर्या और आर्या 2 के बाद वह ताली वेब सीरीज को लेकर सुर्खियों में हैं।

बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन लंबे समय से फिल्मों से नदारद हैं। फैंस एक बार फिर उन्हें सिल्वर स्क्रीन पर देखना चाहते हैं, मगर लगता है कि उनकी यह ख्वाहिश अभी पूरी नहीं होगी। हां, लेकिन वेब सीरीज के जरिये सुष्मिता अपने फैंस की निराशा जरूर दूर कर रही हैं। वह काफी टाइम से ‘आर्या 3’ और ‘ताली’ को लेकर चर्चा में हैं। जहां ‘आर्या’ का तीसरा सीजन मेकिंग में हैं, वहीं, ‘ताली’ का टीजर सामने आ चुका है।

किन्नर के रोल में हैं सुष्मिता सेन

‘ताली’ वेब सीरीज का डायरेक्शन रवि जाधव ने किया है। शो में सुष्मिता, गौरी सावंत के रोल में हैं, जो सोशल वर्कर है और किन्नरों के हित के लिए काम करती है। लेकिन उसकी जिंदगी आसान नहीं है। लोग उसे अलग-अलग नाम से पुकारते हैं। वीडियो की ओपनिंग में सुष्मिता सेन तैयार होते दिखाई देती हैं। वह गले में साईं बाबा का लॉकेट पहने होती हैं। इसके बाद वॉइस ओवर कहती है, ”नमस्कार, मैं गौरी सावंत, जिसे कोई सोशल वर्कर कहता है, कोई किन्नर बुलाता है, तो कोई गेम चेंजर। ये कहानी इसी की है। गाली से ताली तक।”
इस मोशन पोस्टर पर फैंस ने अलग-अलग रिएक्शन दिया है। किसी ने सुष्मिता की एक्टिंग की तारीफ की है, तो किसी ने रियल पर्सन यानि कि वह जो असल में किन्नर हो, उसे रोल प्ले करने को कहा।

ताली वेब सीरीज की कहानी

सुष्मिता सेन सीरीज में किन्नर गौरी सावंत के रोल में हैं। गौरी सावंत पेशे से सोशल वर्कर हैं, जो कई वर्षों से किन्नरों के हितों के लिए काम कर रही हैं। उनका जन्म ‘गणेश नंदन’ नाम के साथ हुआ था। उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव देखे। गौरी अपने बारे में जानती तो थीं, लेकिन वह चाहकर भी पिता को बताने की हिम्मत नहीं कर पाईं। स्कूल तक तो जिंदगी जैसे-तैसे कट गई। समस्या कॉलेज जाने के दौरान शुरू हुई।

इसी दौरान उनके परिवार को उनकी असलियत का पता लगा। गौरी ने भी पिता की शर्मिंदगी का कारण न बनते हुए घर छोड़ दिया। उन्होंने हमसफर ट्रस्ट की मदद से खुद को बदला, और वह बन गईं गणेश नंदर से गौरी सावंत। गौरी ने नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी (NALSA) में काफी अहम भूमिका निभाई थी। यह 2013 में फाइल किया गया केस था, जिसमें 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने फाइनल वर्डिक्ट सुनाते हुए ट्रांसजेंडर्स को थर्ड जेंडर करार देने का आदेश दिया था।

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