सेफ्टी टेस्ट में फेल हुई मारुति स्विफ्ट

भारत में धड़ल्ले से बिकने वाली कार एडल्ट और बच्चों के लिए सेफ नहीं, NCAP टेस्टिंग में हुआ खुलासा

मारुति स्विफ्ट एक ऐसा मॉडल जिसे देश में वैगनआर के बाद सबसे ज्यादा खरीदा जाता है। लेकिन जब बात इसके सेफ्टी की होती है तो इसे 0 रेटिंग ही मिलती है। इस रेटिंग से पता चलता है कि जब कोई परिवार के साथ ट्रैवल करेगा तो वह कितना सेफ रहेगा।

दरअसल ग्लोबल कार सेफ्टी एजेंसी न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (NCAP) ने सुजुकी स्विफ्ट का क्रैश-टेस्ट किया है, इसमें स्विफ्ट कार को जीरो स्टार रेटिंग मिली है। कार को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए 15.53% रेटिंग मिली, जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए 0% रेटिंग मिली।

पैदल चलने वालों की सेफ्टी के लिए कार ने 66% का अच्छा स्कोर किया। वहीं सिक्योरिटी असिस्टेंस सिस्टम के मामले में 7% रेटिंग मिली।

जानिए कार की सुरक्षा से जुड़े दो पैमानों के बारे में

पैमाना नंबर-1: क्रैश टेस्ट रेटिंग करना

ग्लोबल कार सेफ्टी एजेंसी ग्लोबल NCAP द्वारा भारत में बिकने वाली लगभग सभी कारों का क्रैश टेस्ट किया जाता है। अलग-अलग पैमाने पर क्रैश टेस्ट के बाद कार को सेफ्टी रेटिंग दी जाती है। क्रैश टेस्ट के लिए कार में डमी का इस्तेमाल किया जाता है। ये डमी इंसान की तरह तैयार किया जाता है।

टेस्ट के दौरान गाड़ी को फिक्स स्पीड से किसी हार्ड ऑब्जेक्ट के साथ टकराया जाता है। इस दौरान कार में 4 से 5 डमी का इस्तेमाल किया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है। ये चाइल्ड सेफ्टी सीट पर फिक्स की जाती है। क्रैश टेस्ट के बाद कार के एयरबैग ने काम किया या नहीं, डमी कितनी डैमेज हुई, इन सब के आधार पर रेटिंग दी जाती है।

पैमाना नंबर-2: कार के सेफ्टी फीचर्स
कार खरीदते वक्त क्रैश टेस्ट रेटिंग के साथ दूसरे सेफ्टी फीचर्स जैसे एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक-फोर्स डिस्ट्रीब्यूशन, रियर कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, ऑटो डोर लॉक/अनलॉक, वियरेबल लॉक/अनलॉक, डेटाइम रनिंग लाइट्स, रियर डिफॉगर और वाइपर, रिवर्स पार्किंग सेंसर्स, डे/नाइट मिरर और फॉग लैम्प शामिल हैं।

स्टार मिलने के मायने
5 स्टार – कार में क्रैश सेफ्टी में कुल मिलाकर अच्छी परफार्मेंस।
4 स्टार – एक्सीडेंट से बचने की टेक्नोलॉजी मौजूद होने पर।
3 स्टार – एवरेज सेफ्टी। एक्सीडेंट से बचने की टेक्नोलॉजी न होने पर यह रेटिंग मिलती है।
2 स्टार – कार में नाममात्र की सेफ्टी होना, एक्सीडेंट से बचाने वाली टेक्नोलॉजी की कमी।
1 स्टार – मार्जिनल क्रैश प्रोटेक्टशन होने पर।
0 स्टार रेटिंग – किसी भी तरह का क्रैश प्रोटेक्टशन न होना।

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