टिकट न मिलने पर पहली बार बोलीं स्वाति सिंह, जानिए क्या कहा

आत्मा बीजेपी है और वह मरते दम तक भाजपा में ही रहेंगी

लखनऊ: यूपी चुनाव में दोबारा सत्ता पाने की चाह रखने वाली भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा ने योगी कैबिनेट की मंत्री स्वाति सिंह का टिकट काट दिया है. लखनऊ की सरोजनी नगर सीट पर भाजपा ने स्वाति सिंह के बदले ईडी के पूर्व निदेशक राजेश्वर सिंह को मैदान में उतारा है. इसके बाद से ही अटकलें लगने लगीं कि स्वाति सिंह साइकिल की सवारी कर सकती हैं. मगर बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्वाति सिंह ने अटकलों को विराम दिया और कहा कि वह कहीं नहीं जा रही हैं. उन्होंने कहा कि उनकी आत्मा बीजेपी है और वह मरते दम तक भाजपा में ही रहेंगी. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी का समर्थन करूंगी और बीजेपी कैंडिडेट राजेश्वर सिंह जी का भी समर्थन करूंगी.

मेरी आत्मा है बीजेपी. मेरे रोएं-रोएं में बीजेपी

बता दे कि बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद बुधवार को स्वाति सिंह ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुझे जो मौका दिया गया, उसके लिए मैं पीएम मोदी और गृह मंत्री जी को धन्यवाद देती हूं. पार्टी ने मुझे महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया, उसके बाद टिकट देकर विधायक बनाया, मंत्री बनाया. मेरी आत्मा है बीजेपी. मेरे रोएं-रोएं में बीजेपी है. दूसरे दल में जाने का सवाल ही नहीं है. पार्टी आगे जो मौका देगी, उसको पूरी ज़िम्मेदारी से निभाऊंगी. टिकट कटने पर स्वाति सिंह ने कहा कि पार्टी का जो भी निर्णय है, उसे कुछ अच्छा सोचकर ही लिया होगा.

संगठन जो जिम्मेदारी देगा, वो निभाऊंगी

स्वाति सिंह ने आगे कहा कि उन्हें टिकट नहीं मिलने पर कोई कंट्रोवर्सी नहीं है. मैंने कुछ नहीं बोला है. मैं आज भी उस क्षेत्र की विधायक हूं, मेरे पास जो आयेगा उनका काम करूंगी और करती रहूंगी. मेरी आत्मा है बीजेपी. यहीं रहूंगी, यहीं मरूंगी और कहीं नहीं जाऊंगी. संदेश देने के लिए पदाधिकारी होना जरूरी नहीं है बल्कि कार्यकर्ता होना जरूरी है. संगठन जो जिम्मेदारी देगा, वो निभाऊंगी. कमल का फूल प्रत्याशी है और रेहगा.

मैं आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हूं

स्वाति सिंह ने कहा कि हमारा शीर्ष नेतृत्व चाहे मोदी जी हों या गृहमंत्री जी, कुछ न कुछ देखेंगे होंगे तभी निर्णय लिया होगा. क्या टिकट ही ऐसी चीज है जिससे महिला सशक्तिकरण होगा. मैं आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हूं. ऐसा नहीं कि हर जगह स्वाति सिंह कैप्चर करके रहे और को भी मौका मिलना चाहिए. क्या मुजे पार्टी से निकाला गया है? मैं पार्टी में हूं और रहूंगी और वही सम्मान मिलेगा जो मिलता रहा है. टिकट नहीं मिलने का दुख नहीं है.

Related Articles

Back to top button