राम जन्मभूमि परिसर के पास पकड़ा गया संदिग्ध बांग्लादेशी, जांच में जुटी पुलिस

17 वर्षों से भारत में रह रहा था, भारत आने का कोई भी वैध कागज आरोपी के पास नहीं

अयोध्या. धर्म नगरी अयोध्या में संदिग्ध परिस्थितियों में घूम रहे एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक को राम जन्मभूमि के पास से गिरफ्तार किया गया है. युवक के पास बांग्लादेश से भारत आने का कोई वैध प्रमाण पत्र नहीं मिला है. उसके पास एक ही नम्बर के दो आधार कार्ड अलग- अलग पते के बरामद हुए हैं. युवक को धोखाधड़ी कर भारत में रहने का दोषी पाते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. युवक को रामनगरी के यलो जोन क्षेत्र में राजघाट के पास से पकड़ा गया है. पुलिस सहित खुफिया एजेंसियों ने युवक से पूछताछ की है. पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ में पुलिस ने पाया लगभग 17 वर्षों से भारत में रह रहा था और भारत आने का कोई भी वैध कागज आरोपी के पास नहीं था.

बांग्लादेश के चरहोगला मेहंदीगंज वारिसल

गिरफ्तार युवक अविनाश चंद्र दास बांग्लादेश के चरहोगला मेहंदीगंज वारिसल का रहने वाला है, लेकिन उसके पास से मिले आधार कार्डों में एक पर दिल्ली के कटिया बाबा आश्रम डेरी लिबासपुर और दूसरे पर वृंदावन का पता अंकित है. पूछताछ में युवक ने पुलिस को बताया कि वह करीब 16-17 साल पहले छुप छुपाकर बांग्लादेश से भारत आया और पहले वह दिल्ली के कतिया बाबा आश्रम में रहा. मथुरा में भी काफी समय तक वह एक मंदिर में रहा था जहां पर उसके रहने की पुष्टि सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने की. उसके बताए गए नाम और पते पर जांच के द्वारा पुष्टि हुई है.

सुरक्षा एजेंसियों की चुनौतियां और अधिक बढ़ गई

राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियों की चुनौतियां और अधिक बढ़ गई है. इससे पहले भी अयोध्या में कई संदिग्धों के पकड़े जाने की सूचना आती रही है, हालांकि अयोध्या पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से हर बार संदिग्धों की पहचान कर ली जाती है और उन्हें समय रहते हिरासत में ले लिया जाता है. पकड़े गए व्यक्ति के पास से एक धार्मिक पुस्तक भी बरामद हुई है, धार्मिक पुस्तक बांग्ला भाषा में है.

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