ब्रेकिंग: सोनम का कबूलनामा – “हाँ मैंने ही मारा”, सोनम का भाई पहुंचा राजा के घर.. फिर जो हुआ वो रुला देगा

23 मई को मेघालय के वीसावडोंग फॉल्स के पास मध्य प्रदेश के राजा रघुवंशी की हत्या की खबर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस मामले में अब एक नया मोड़ आया है—शिलॉन्ग में पुलिस पूछताछ में सोनम रघुवंशी टूट गई और राजा रघुवंशी की हत्या की जिम्मेदारी स्वीकार कर ली। इस लेख में हम इस चौंकाने वाले कबूलनामे, पुलिस की जांच-परख और जांच में आए तार्किक पहलुओं पर विस्तार से बात करेंगे।
1. कब हुआ कबूलना और किसके सामने?
मेघालय पुलिस की ‘ऑपरेशन हनीमून’ टीम ने शिलॉन्ग में सोनम को राज कुशवाह के सामने रखा। कई घंटों की सघन पूछताछ और जब्त हुए साक्ष्यों की रोशनी में सोनम टूट गई और आंसू बहाते हुए स्वीकार किया—”मैंने राजा की हत्या करवायी थी”।
2. क्या था ‘ऑपरेशन हनीमून’?
एसआईटी की कोडनेम ‘ऑपरेशन हनीमून’ अंतर्गत, मेघालय पुलिस ने सोनम, राज और तीन अन्य आरोपियों को यह कहते हुए सामने लाया कि–
“अब और झूठ नहीं चलेगा, स्वीकार करो।”
इसके बाद सोनम और राज के सामना होने पर कई सच्चाइयों ने जन्म लिया—जैसे उसका कबूलनामा और पुलिस को मिल रहे सबूत।
3. पुलिस के हाथ क्या सुराग लगे?
- खून लगे थे कपड़ों पर (जैकट/रेनकोट) और खुकरी जैसे अपराधी हथियार।
- CCTV फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और डिजिटल लोकेशन ट्रैकिंग: सोनम द्वारा राज और हत्यारों को लगातार इशारे भेजे गए ।
- तीस्ता क्षेत्र में गाइड और स्थानीय यात्रियों के बयान: इन बयानों ने जांच को एक नई दिशा दी।
4. क्या हत्या में सोनम खुद मौजूद थी?
जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि सोनम हत्या के वक्त साथ ही मौजूद थी। यहाँ तक की सोनम ने ही कातिलों को उकसाया था कि “उसे मार दो”, साथ ही सोनम उस वक्त राजा के इतने नजदीक थी कि वार करने पर कुछ खून की छीटें उसके जैकेट पर भी आ गई थीं।
5. राज कुशवाह की भूमिका क्या थी?
- राज खुद हत्या स्थल पर नहीं गया, लेकिन पूरी योजना में सक्रिय रहा।
- उसने हत्या के लिए ₹2 लाख का भुगतान किया और ₹50,000 ट्रैवल खर्च स्वरूप दिया।
6. ‘ड्रग्ड’ बनने का दावा सोनम ने क्यों किया?
सोनम ने दावा किया था कि उसे नशीली दवा दी गई, लेकिन एसपी विवेक स्येम ने इसे झूठा और कमजोर बहाना करार दिया और कहा कि सबूत बहुत स्पष्ट और पुख्ता हैं ।
7. अदालत में पेशी और जांच की अगली कार्रवाई
- सोनम और चारों आरोपी गुवाहाटी से शिलॉन्ग ट्रांजिट रिमांड (याच्छिक हिरासत) पर पेश किये गए थे।
- अगली सुनवाई में पुलिस और एसआईटी फॉरेंसिक रिपोर्ट, डिटेल्ड बयान, तकनीकी विश्लेषण जैसे एविडेंस कोर्ट में जमा करेंगे।
सोनम के भाई ने राजा के परिवार से मांगी माफ़ी
उधर, सोनम के इस कबूलनामे के बाद दोनों परिवारों के बीच में चल रही बहस को समाप्त कर दिया है। जिसके बाद सोनम का भाई खुद मृतक राजा के घर पहुँच गया, जहाँ उसने माना कि सोनम ने अपराध किया है और अब उसका-उसके परिवार का सोनम से कोई रिश्ता नहीं है। उसने अपनी बहन के कृत्य के लिए राजा के परिवार से माफ़ी भी मांगी।
इस दौरान राजा की माँ बेहद भावुक हो गई और सोनम के भाई के गले लगकर रोने लगीं। साथ ही दोनों परिवारों के सदस्यों ने एक साझा प्रेस-कॉन्फ्रेंस भी की जिसमें उन्होंने सोनम के इस कदम को गलत ठहराया।
एक मास्टरमाइंड साजिश
इस कबूलनामे ने इस हत्या कांड को अपहरण, लूटपाट के साए से निकाल कर एक मास्टरमाइंड साजिश की श्रेणी में ला दिया है। सोनम ने खुद अपना अपराध स्वीकारकर घटना की गहराई को जगजाहिर कर दिया है—और अब, न्यायपालिका की कार्रवाई और सबूत आधारित सुनवाई के इंतजार का समय शुरू हो चुका है।