सोनम ने की थी तीन बार राजा की हत्या की कोशिश.. चौथी बार में हुई कामयाब, साजिश जानकर उड़ जाएंगे होश

इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी की 23 मई को मेघालय में हुई खूनी हत्या, खुलासा हुआ – यह सिर्फ़ एक षड़यंत्र नहीं, बल्कि चार प्रयासों का परस्पर जुड़ा कांड था। फाइनल अटेम्पट में उनकी पत्नी सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने तीन अज्ञात लोगों को हत्या के लिए लगाकर अंजाम दिया .

चार प्रयास, चार जगह

पहला अटेम्पट – गुवाहाटी में

दूसरा – सोहरा (चेरापूंजी) के पास

तीसरा – मावलाख्यात-वाईस्वाडोंग मार्ग

चौथा, 23 मई – वाईस्वाडोंग फॉल्स के पास, जहां हत्या सफल रही; राजा करीब 18 मिनट में अकेले जब ‘नेचर का बुलावा’ मानकर वहाँ गए, उसी समय हमला किया गया।

शादी से पहले रची साज़िश

पुलिस का दावा है कि सोनम और राज कुशवाहा ने यह पूरी साजिश लगभग 11 दिन पहले ही इंदौर में शादी तय होने से पहले रची थी। पहला प्लान था सोनम की कल्पित गायब होने की घटना से शादी में विलंब करना—लेकिन फिर हत्या की योजना तैयार हुई।

डिजिटल सबूत – 30 कॉल और लोकेशन ऐप्स

सोनम ने 16 से 23 मई तक अपने प्रेमी राज से लगभग 30 कॉल्स कीं। व्हाट्सऐप मैसेजिंग और लोकेशन ट्रैकर ऐप पर भी उनका संपर्क लगातार बना रहा। पुलिसें जांच रही हैं कि हत्या की योजना, वक्त और कलाकारों की नियुक्ति ये सब इन डिजिटल सबूतों से कैसे साफ हो रहे हैं।

षड़यंत्र में शामिल दस्ते

सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा – मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
तीन गुर्गे – विशाल चौहान, आकाश राजपूत, आनंद कुर्मि – जिन्होंने हत्या अंजाम दिया
— यह कोई क्रॉउड या गुप्त समूह नहीं था, बल्कि सोनम-राज के करीबियों का नेटवर्क था।

छलावे भरा ‘मंगलसूत्र ड्रामा’

सोना की कहानी के अनुसार, उसने वीजा के बहाने कामाख्या मंदिर दर्शन को अंतिम परिणति बताया – मगर वह मंदिर की सीमा से गुजरते हुए ही हत्या का कारनामा अंजाम देने पहुंचे थे। वाईस्वाडोंग फॉल्स की यात्रा इस साजिश का हिस्सा थी .

रॉबी और फरार की कोशिशें

हत्या के बाद सोनम ने रक्त-लथपथ रेनकोट गुर्गों में भेज दिया, खुद बुर्क़ा पहनकर गुवाहाटी पहुँची, फिर ट्रेन से इंदौर, वहां से गाजीपुर और अंततः 9 जून को घ़ाज़ीपुर पुलिस स्‍टेशन पहुँच गई, जहाँ उसने गला दबा आत्मसमर्पण किया .

पुलिस की चौकाने वाली गवाही

शिलॉन्ग एसपी विवेक सियम के अनुसार, सोनम ने खुलकर स्वीकारा कि वह चारों प्रयासों में शामिल थी और प्रेमी और गुर्गों के साथ हत्या पर मौजूद थी। तर्क था – विवाह में बाधा डालने के लिए यह कदम आवश्यक था .

प्रेमी या साजिशकर्ता ?

राज कुशवाहा ने पुलिस को बताया कि उसने सोनम को हत्यारों से मिलवाया, मगर अंततः योजना से खुद पीछे हट गया। सोनम पर आरोप है कि उसने प्रेमी और अन्य सहयोगियों को पैसे (15‑50 हज़ार₹) देकर प्रयास व्यवस्थित करवाए .

केस का सारांश

हत्या तिथि : 23 मई 2025
स्थान : वाईस्वादोंग फॉल्स, चेरापूंजी
पीड़ित : राजा रघुवंशी (29), इंदौर निवासी
मुख्य आरोपी : बेटी सोनम (25), प्रेमी राज, तीन गुर्गे
गिरफ्तारी : 9 जून 2025 – सोनम, राज, आकाश, विशाल, आनंद

यह मामला सिर्फ दो व्यक्ति का इमोशनल झगड़ा नहीं, बल्कि पुराने प्यार, ख़ुफ़िया साजिश, डिजिटल ट्रेल, और चार तेज़तर्रार हत्या के प्रयासों का संगम है। सोनम की योजना इतनी सटीक थी कि उसने खुद को बचाने के लिए कई छल-फरेब तैयार किए।
अब सवाल यह है कि क्या अदालत इस जटिल, प्री-मेडिटेट और हृदय विदारक हत्या के अंधेरे से न्याय का प्रकाश निकाल पाएगी?

 

 

Related Articles

Back to top button