PM Modi के रोडशो में कर्नल सोफिया की जुड़वां बहन “शायना सुनसारा”, जो कहा वो बना सोशल मीडिया ट्रेंड

वडोदरा में हुए एक रोड शो के दौरान देश की पहली मुस्लिम महिला कर्नल सोफिया कुरैशी की बहन शायना सुनसारा की एक टिप्पणी ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह घटना राजनीति और सेना के बीच जुड़ाव का एक भावनात्मक उदाहरण बन गई, जिसमें परिवार की गर्व और देशभक्ति की भावना प्रमुखता से सामने आई।
सोफिया कुरैशी की जुड़वां बहन का भावुक संदेश
सोमवार 26 मई को वडोदरा में हुए रोड शो के दौरान जब भीड़ प्रधानमंत्री के स्वागत में जुटी थी, उस समय एक साधारण-सी महिला फूल बरसाते हुए कैमरे में कैद हुईं। यह थीं शायना सुनसारा—कर्नल सोफिया कुरैशी की जुड़वां बहन। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से कहा, “अब वो (सोफिया) सिर्फ हमारी नहीं, पूरे देश की बहन हैं।” यह वाक्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और कई लोगों के लिए गर्व और प्रेरणा का कारण बना।
कर्नल सोफिया कुरैशी: सेना में बदलाव की प्रतीक
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की उन अफसरों में से हैं जिन्होंने पुरुष-प्रधान सैन्य नेतृत्व के बीच अपना अलग स्थान बनाया है। वह संयुक्त राष्ट्र मिशन में भारतीय दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला थीं और साइबर डिफेंस में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। उनके परिवार को न केवल उनकी उपलब्धियों पर गर्व है, बल्कि देश की जनता भी उनके समर्पण को सलाम करती है।
एक सामान्य महिला की असाधारण भूमिका
शायना सुनसारा आमतौर पर लाइमलाइट से दूर रहती हैं, लेकिन इस मौके पर उन्होंने अपनी बहन के लिए जो भाव व्यक्त किए, वह आम जनमानस से जुड़ गए। बिना राजनीतिक बयानबाज़ी के, उन्होंने यह बताया कि देश की सेवा करने वाले हर सैनिक का परिवार भी एक किस्म से देश की सेवा कर रहा होता है।
सोशल मीडिया पर सराहना
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, और कई यूज़र्स ने लिखा कि “यह तस्वीरें बताती हैं कि असली नायक कौन हैं”। कुछ ने इसे सिस्टरहुड और नेशनल प्राइड का परफेक्ट उदाहरण बताया। राजनीति के शोर के बीच यह एक ऐसा दृश्य था जिसने लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ा।
एक परिवार, एक भावना, एक देश
इस कहानी का केंद्र राजनीति नहीं, बल्कि वह भावना है जो एक सैनिक के परिवार में होती है—गर्व, त्याग और निस्वार्थ समर्पण। शायना सुनसारा की बातों ने यह साफ किया कि देश के लिए बलिदान देने वालों को सिर्फ पद या पहचान से नहीं, बल्कि संवेदना और सम्मान से देखा जाना चाहिए।