UP: अग्रवाल फॅमिली में डबल मर्डर, पति-पत्नी की गला रेतकर निर्मम हत्या.. कमरे में खौफनाक हालत में मिले शव, बेटे ने..

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले में गुरुवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब शहर के प्रतिष्ठित मेडिकल व्यवसायी मोहन अग्रवाल और उनकी पत्नी अंजू अग्रवाल की लाशें उनके कमरे के अंदर खून से सनी हालत में मिलीं। बताया जा रहा है कि दोनों की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी गई। वारदात जिले के बढ़नी कस्बे में स्टेट बैंक के सामने स्थित एक किराए के मकान में हुई।

बेटे ने खोला कमरा, सामने था खून से लथपथ मंजर

घटना का खुलासा उस समय हुआ जब दंपती का बेटा रोज़ाना की तरह कमरे में गया और दरवाज़ा खोला। जैसे ही उसने अंदर कदम रखा, खून का मंजर देखकर वह दहशत में आ गया और चीख पड़ा। माता-पिता दोनों की लाशें खून से लथपथ बिस्तर पर पड़ी थीं और कमरे में हर ओर खून फैला हुआ था। बेटे की चीख सुनकर आस-पास के लोग मौके पर जुटे और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।

इलाके में फैली सनसनी, पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर

सूचना मिलते ही शोहरतगढ़ के सीओ सुजीत राय, एसडीएम राहुल सिंह सहित भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा। पुलिस ने मकान को तत्काल सील कर इलाके की घेराबंदी कर दी। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए और जांच शुरू कर दी है। हत्या की गंभीरता को देखते हुए जिले में तनाव का माहौल है।

वर्षों से बढ़नी में रह रहे थे अग्रवाल दंपती

65 वर्षीय मोहन अग्रवाल बढ़नी कस्बे के आर्य समाज रोड पर “अग्रवाल मेडिकल स्टोर” नाम से वर्षों से दवा की दुकान चला रहे थे। वह क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यापारियों में गिने जाते थे और अपनी ईमानदार छवि के लिए जाने जाते थे। उनकी पत्नी अंजू अग्रवाल (55) घरेलू कार्यों में सहयोगी थीं। दंपती पिछले कई वर्षों से स्टेट बैंक के सामने किराए के मकान में रह रहे थे।

हत्या की वजह अब भी रहस्य, पुलिस जांच में जुटी

पुलिस को अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या के पीछे की वजह क्या है। मामले में लूट की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन प्रारंभिक जांच में घर से किसी सामान की चोरी की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस आपसी रंजिश, पारिवारिक विवाद और व्यवसायिक कारणों समेत हर एंगल से जांच कर रही है। आस-पास के लोगों और किराएदारों से पूछताछ जारी है।

व्यापारिक समुदाय में शोक और आक्रोश

इस जघन्य हत्या से बढ़नी कस्बे के व्यापारिक समुदाय में भारी शोक और आक्रोश का माहौल है। मोहन अग्रवाल को एक सज्जन और मददगार व्यापारी के रूप में जाना जाता था। व्यापारियों ने पुलिस से जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Related Articles

Back to top button