रोकने थे जानवर.. खुद की बनाई फेंस में खुद ही फंस गए 2 सगे भाई, दर्दनाक मौत ! क्या केवल यही सही उपाए ?

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए की गई बाड़बंदी दो सगे भाइयों की मौत का कारण बन गई। बुधवार सुबह करंट की चपेट में आने से दोनों भाइयों की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जिससे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
बमरौली गांव में हुआ हादसा
यह हादसा कांट थाना क्षेत्र के बमरौली गांव में हुआ। गांव निवासी विश्वनाथ सिंह के बेटे, 35 वर्षीय धर्मवीर सिंह और 30 वर्षीय सत्यवीर सिंह, अपने मूंगफली के खेत को आवारा पशुओं से बचाने के लिए बाड़बंदी में बिजली का करंट दौड़ा रहे थे। बुधवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे धर्मवीर खेत पर गया और करंट लगे तार की चपेट में आ गया। कुछ देर बाद उसका छोटा भाई सत्यवीर वहां पहुंचा और भाई को तारों में उलझा देखा। उसे छुड़ाने की कोशिश में वह भी करंट की चपेट में आ गया और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
सुरक्षा या खतरा?
किसानों द्वारा फसलों को जानवरों से बचाने के लिए बाड़बंदी में करंट दौड़ाना एक आम प्रथा बनती जा रही है। हालांकि, यह तरीका जानवरों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। इस घटना ने एक बार फिर से इस प्रथा की सुरक्षा और वैधता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही कांट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बाड़बंदी में करंट दौड़ाने की अनुमति थी या नहीं।
एक चिंताजनक प्रवृत्ति
यह पहली बार नहीं है जब बाड़बंदी में करंट से जानमाल का नुकसान हुआ हो। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के महोबा और गुजरात के भावनगर में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां बच्चों और किसानों की मौत हुई है।