समीर वानखेड़े के पिता का नवाब मलिक को जवाब:

ज्ञानदेव बोले- न मैंने, न मेरे बेटे ने धर्म परिवर्तन किया; रामदास अठावले ने भी किया समर्थन

क्रूज ड्रग्स केस में NCB के जोनल हेड समीर वानखेड़े पर लग रहे आरोपों को लेकर उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े और पत्नी क्रांति रेडकर ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सामाजिक न्याय व सशक्तिकरण राज्य मंत्री रामदास अठावले से मुलाकात की। इस मामले में अठावले ने समीर वानखेड़े के परिवार का समर्थन किया।

अठावले ने समीर के पिता और पत्नी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नवाब मलिक के आरोपों को बेबुनियाद बताया। समीर वानखेड़े के पिता ने कहा कि न तो कभी मैंने और न ही मेरे बेटे ने धर्मांतरण किया है। नवाब मलिक के सारे आरोप झूठे हैं।

दलित के तौर पर आरक्षण लेने का अधिकार है
वानखेड़े परिवार के समर्थन में आए अठावले ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी पूरे दम-खम से समीर वानखेड़े के साथ रहेगी। समीर वानखेड़े दलित समाज के हैं और उन्हें आरक्षण लेने का अधिकार है, वो आरक्षण के माध्यम से IRS बने हैं। नवाब मलिक के आरोपों में कोई तथ्य नहीं हैं।

व्यक्तिगत जीवन पर किए जा रहे हमले
अठावले ने कहा कि NCB अधिकारी समीर वानखेड़े पर जानबूझकर हमले किए जा रहे हैं, उनके व्यक्तिगत जीवन के फोटो वायरल किए जा रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से मैं नवाब मलिक को बताना चाहता हूं कि आपको समीर वानखेड़े और उनके परिवार को बदनाम करने का षड्यंत्र रोकना चाहिए।

मलिक पर 100 करोड़ का मुकदमा
क्रूज ड्रग्स केस में NCP नेता नवाब मलिक लगातार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और कई अन्य लोगों पर आरोप लगाते आ रहे हैं। इनमें भारतीय जनता युर्वा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मोहित कंबोज भी शामिल थे। अब मोहित कंबोज ने नवाब मलिक पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा ठोका है। मोहित का कहना है कि मलिक ने उन पर और उनके परिवार पर झूठे आरोप लगाए हैं।

इसके पहले कंबोज ने 9 अक्टूबर को मलिक को एक नोटिस भेजा था, जिसमें उन्होंने मलिक से कहा था कि वे ऐसे बयान देना बंद करें। इसके बावजूद 11 अक्टूबर को मलिक ने कुछ टीवी चैनल्स पर फिर उन आरोपों को दोहराया। इसी दिन कंबोज ने मलिक को एक और नोटिस भेजा। इसमें कंबोज ने कहा कि आरोपों को साबित करें या ऐसे आरोप लगाना बंद करें।

मलिक ने लगाए थे ये आरोप
मलिक ने आरोप लगाया था कि NCB ने टारगेट करके क्रूज पर छापा मारा और 1300 लोगों में से सिर्फ 11 लोगों को हिरासत में लिया था। इन्हें पकड़ने के बाद NCB ऑफिस लाया गया और इसमें से आर्यन, अरबाज और मुनमुन समेत 8 को अपने पास रखते हुए बाकी 3 आरोपियों को जाने दिया गया।

जिन तीन लोगों को NCB ने छोड़ा उनमें एक भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके मोहित कंबोज का साला ऋषभ सचदेवा भी था। अपनी बात की पुष्टि के लिए नवाब मलिक ने कुछ वीडियो और तस्वीरें भी जारी की थीं, जिसमें ऋषभ सचदेवा अपने पिता और चाचा के साथ NCB ऑफिस से निकलते हुए नजर आ रहे थे। मलिक के मुताबिक मोहित कंबोज ने अपना नाम बदल कर मोहित भारतीय कर लिया था।

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