अखिलेश यादव चाचा शिवपाल को देंगे पार्टी में ये बड़ी ज़िम्मेदारी!

पा का प्रसपा में विलय और जसवंतनगर में चाचा शिवपाल यादव की धाक ने उनका कद पार्टी में काफी ऊपर कर दिया. दरअसल, डिंपल यादव ने 2 लाख 88 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज

उत्तर प्रदेश में तीनों सीटों पर उपचुनाव के परिणाम आ चुके हैं. वहीं मैनपुरी उपचुनाव (Mainpuri Bypoll) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है. इस जीत में सबसे ज्यादा चर्चा जसवंतनगर (Jaswantnagar) विधानसभा क्षेत्र की हो रही है. इस सीट से शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) विधायक हैं. वहीं गुरुवार को प्रसपा का भी विलय सपा में हो गया.

सपा का प्रसपा में विलय और जसवंतनगर में चाचा शिवपाल यादव की धाक ने उनका कद पार्टी में काफी ऊपर कर दिया. दरअसल, डिंपल यादव ने 2 लाख 88 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. जिसमें डिंपल यादव को सबसे ज्यादा लीड जसवंतनगर में मिली. जहां उन्हें 1.06 लाख से ज्यादा वोटों की लीड मिली थी. इस रिकॉर्ड तोड़ लीड के पीछे सीधे तौर पर चाचा शिवपाल सिंह यादव की मेहनत देखा जा रहा है.

इस रिकॉर्ड जीत और सपा में प्रसपा के विलय के बाद अब राजनीतिक पंडित शिवपाल सिंह यादव की पार्टी में भूमिक को लेकर चर्चा कर रहे हैं. इस बीच ध्यान देने वाली बात है कि मैनपुरी उपचुनाव में शिवपाल यादव के समर्थन के बाद ही डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया गया था. जबकि अखिलेश यादव और डिंपल यादव खुद उनसे समर्थन मांगने गए थे.

 

जिससे सपा में अब शिवपाल सिंह यादव के कद को समझा जा सकता है. चाचा शिवपाल अब सपा में निर्णायक भूमिका में होंगे. इसकी झलक गुरुवार को ही देने को मिल गई. जब सैफई में विलय का एलान हो रहा था. उस वक्त शिवपाल यादव और अखिलेश यादव अगल-बगल बैठे हुए थे. इस दौरान चाचा शिवपाल ने स्थानिय कार्यकर्ताओं से अखिलेश यादव की मुलाकात कराई. इस वजह से माना जा रहा है कि सपा में संगठन को मजबूत करने और पार्टी के बड़े निर्णायों में शिवपाल यादव की भूमिका रहेगी.

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