यूपी पुलिस पर हमला: वर्दी फाड़ी, गाड़ी पर ईंट-पत्थर चले, शीशे तोड़ डाले.. वजह आपके होश उड़ा देगी

रामपुर जनपद के मिलक थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब सोमवार रात एक पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। मामले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए, एक की वर्दी फाड़ दी गई और सरकारी गाड़ी को भी ईंट-पत्थर से तोड़ दिया गया। हमले में शामिल 15 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है और एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

गाली-गलौज की शिकायत पर पहुंची थी पुलिस

ग्राम नरसिंहपुर निवासी रामपाल ने डायल 112 पर सूचना दी थी कि शिवम नाम का युवक उनकी पत्नी से अभद्र व्यवहार करता है। इसी शिकायत पर पीआरवी (पुलिस रिस्पॉन्स व्हीकल) टीम मौके पर पहुंची। पहले पीड़ित से पूछताछ हुई और फिर पुलिस दूसरे पक्ष के घर जानकारी लेने गई, जहां ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। पूछताछ के दौरान भीड़ उग्र हो गई और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।

वीडियो बनाने पर और भड़क गए हमलावर

पीड़ित सिपाही पुष्पेंद्र सिंह ने अपनी तहरीर में बताया कि जब भीड़ बदतमीजी पर उतारू हुई, तो उन्होंने वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। इससे ग्रामीण और भड़क गए। एक हमलावर ने उनके पैर पर डंडा मारा, वहीं उनके साथी मयंक राज को पीछे से लाठी से वार किया गया जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। होमगार्ड चालक रणजीत सिंह की उंगलियां भी फट गईं।

सरकारी गाड़ी पर ईंट-पत्थर से हमला, शीशे तोड़े

हमले से बचने के लिए जब पुलिसकर्मी जान बचाकर भागने लगे, तो ग्रामीणों ने सरकारी गाड़ी पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। ईंट और पत्थरों से गाड़ी के शीशे चकनाचूर कर दिए गए। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक हमलावर भाग चुके थे।

नामजद आरोपी और पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने गांव निवासी परविंदर, अरविंद, रंजीत, मुकेश, वीर सिंह, ओमवती, राजवती और शिवम समेत सात अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हमले में घायल पुलिसकर्मियों का मेडिकल परीक्षण कराकर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। रंजीत नामक एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

एसपी का बयान: सरकारी कर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं

पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने कहा, “दो पक्षों में झगड़े की सूचना पर पीआरबी भेजी गई थी। मौके पर पुलिस टीम के साथ मारपीट की गई और सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त किया गया। एक आरोपी को जेल भेजा गया है, बाकी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।”

बढ़ती भीड़ हिंसा पर चिंता

यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण होती जा रही ड्यूटी को भी उजागर करती है। पीआरबी टीम पर हमला गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

Related Articles

Back to top button