सास-दामाद के बाद, ससुर-बहू की लव स्टोरी.. 18 की दुल्हन 55 का दूल्हा, सदमे में बेटा.. गाँव ने किया वो हाल..

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने रिश्तों, सामाजिक मर्यादा और गांव की परंपरा—तीनों को झकझोर कर रख दिया है। एक 55 वर्षीय व्यक्ति ने अपने ही बेटे की मंगेतर से निकाह कर लिया। ये खबर जब सामने आई, तो ना सिर्फ परिवार में बवाल मचा बल्कि गांव की पंचायत को भी दखल देना पड़ा।

दवा दिलाने के बहाने दिल्ली ले गया और बना लिया पत्नी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भोट थाना क्षेत्र के निवासी एक अधेड़ व्यक्ति ने अपने बेटे की मंगनी पास के ही गांव की 18 वर्षीय लड़की से तय की थी। सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन अचानक उस समय मामला उलझ गया जब दूल्हे का पिता लड़की को ‘दवा दिलाने’ के बहाने दिल्ली ले गया।

करीब आठ दिन तक दोनों गायब रहे और जब लौटे तो अधेड़ व्यक्ति ने लड़की को अपनी पत्नी घोषित कर दिया। यह सुनते ही बेटे के होश उड़ गए। परिवार में जमकर मारपीट और झगड़ा हुआ।

गांव में बजी पंचायत की घंटी, फैसले में हुआ निर्वासन

घटना की खबर पूरे गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। मामला पंचायत तक पहुंचा। पंचायत में इस रिश्ते को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी गई। ग्रामीणों ने इसे “रिश्तों की मर्यादा को तोड़ने वाला” कृत्य बताते हुए अधेड़ व्यक्ति और युवती—दोनों को गांव से निकालने का फैसला सुनाया।

गांव की बहू बनी बाप की बीवी

जिस लड़की को गांव की ‘बहू’ बनने का सपना दिखाया गया था, वह अब उस घर की ‘मां’ बन गई है। बेटे और मां—दोनों ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसे शर्मनाक रिश्ते को वे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। अधेड़ पिता और लड़की अब शहजादनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में नया बसेरा बना चुके हैं।

लड़की के परिवार की चुप्पी और समाज की हैरानी

इस मामले में लड़की के घरवालों ने अब तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। गांव और आस-पास के इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर रिश्तों की ये उलझन कहां जाकर सुलझेगी?

सोशल मीडिया पर भी छाया मामला

घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ इसे “प्रेम की कोई उम्र नहीं” कहकर जस्टिफाई कर रहे हैं, तो अधिकतर लोग इसे सामाजिक बुनियाद को झकझोरने वाली हरकत मान रहे हैं।

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