MP हनीमून कपल: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोल दिए सारे राज, किस हथियार से हुआ कत्ल ? सर के आगे और पीछे..

मेघालय में हुए राजा रघुवंशी की रहस्यमयी हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। इसके अनुसार, हत्या केवल फिसलने या दुर्घटना के कारण नहीं हुई, बल्कि तीव्र धार वाले हथियार से वार किए गए थे, जिससे यह एक सुनियोजित हत्या साबित होती है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट: धारदार हथियार से दो ओर से वार
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट उल्लेख है कि राजा के सिर पर सामने और पीछे की ओर दो गहरे घाव थे। यह चोटें घुस कर वार करने से हुई थीं, यानी कोई आकस्मिक गिरावट या प्राकृतिक मौत का संकेत नहीं मिला। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी चोटें गंभीर और जानलेवा होती हैं। यह साबित करता है कि हमलावर ने राजा को जान-बूझकर निशाना बनाया।
यह स्वीकार करती है — हत्या हुई, दुर्घटना नहीं
चूंकि वार चेहरे के दोनों ओर हुए थे, इसका पता चलता है कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि शक्तिशाली हमला था। यह उस समय आम बात नहीं होती जब केवल फिसलने या चोट लगने की बात हो। रिपोर्ट ने स्पष्ट तौर पर हत्या की पुष्टि की है, जिससे जांच आपराधिक स्तर पर और सख्त हो गई है।
जांच का नया मोड़: सीबीआई जांच की मांग तेज
इस नई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद, राजा के परिजनों और कुछ राजनीतिक दलों ने CBI द्वारा जांच कराने की मांग तेज़ी से शुरू कर दी है। उनका तर्क है कि यदि हत्या सुनियोजित थी, तो स्थानीय जांच पर्याप्त नहीं है — और एक निष्पक्ष केंद्रीय एजेंसी का हस्तक्षेप जरूरी है।
किस हथियार का हुआ इस्तेमाल ?
जानकारों का कहना है कि हत्या के पीछे की ज़िम्मेदारी तय करने में यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट अहम भूमिका निभाएगा। इसके आधार पर हथियार की पहचान और आरोपी के साथ उसके संबंध की जांच के लिए फोरेंसिक टीम जुटी है।
हत्या से जुड़े तकनीकी साक्ष्यों की अहमियत
पोस्टमार्टम में हर घाव की गहराई, दिशा और तीव्रता से जांचकर्ताओं को पता चला कि आरोपी ने कितनी क्रूरता से हमला किए थे। इस तकनीकी जानकारी के सहारे पुलिस हत्या में संलिप्त लोगों के खिलाफ मजबूत केस तैयार कर सकती है।
फोरेंसिक साक्ष्यों से हत्या की पुष्टि
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने राजा रघुवंशी हत्या को अब एक स्पष्ट अपराध करार दिया है। जैविक और फोरेंसिक साक्ष्यों ने हत्या की पुष्टि की है। अब परिवार, जांच एजेंसियों और राजनीति का ध्यान अपुष्ट हत्याकांड को नए सिरे से उजागर करने पर केन्द्रित हो गया है। आगे की जांच और संभावित CBI जांच इस केस को और विवादास्पद बना सकती है।