राजा की हत्या सोनम के सामने हुई.. चिल्लाकर बोली – “मार दो इसे”, 20 लाख की सुपारी.. जानिए क्यों किया सरेंडर ?

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या महज एक क्राइम नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। घटना 23 मई को मेघालय के कोरसा पहाड़ी क्षेत्र में हुई, जहां सोनम अपने पति को ‘फोटोशूट’ के बहाने ले गई और वहां उसकी आंखों के सामने ही राजा की हत्या कर दी गई।

“मार डालो इसे”: सोनम की चीख ने किया कत्ल का इशारा

मेघालय पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि राजा की हत्या के समय सोनम घटनास्थल पर मौजूद थी और उसने आरोपियों को चीखकर कहा था – “मार दो इसे”। मुख्य हमलावर विशाल चौहान ने पीछे से राजा के सिर पर वार किया, जबकि एक और आरोपी आकाश राजपूत दूसरी किराए की बाइक से इलाके की निगरानी कर रहा था ताकि कोई आता-जाता न दिखे।

मोपेड छीनी, फिर मारा

सोनम और राजा शिलॉन्ग में किराए की मोपेड पर थे, जिसे बाद में आरोपियों ने छीन लिया। वहीं आकाश राजपूत निगरानी करने के लिए किराए की दूसरी बाइक से उस इलाके में लगातार घूमता रहा। मेघालय पुलिस ने इन वाहनों को भी ट्रेस कर लिया है, जो केस में तकनीकी सबूत के रूप में शामिल होंगे।

हत्या के बाद भागी सोनम, शाम होते ही रवाना हुई गुवाहाटी

मेघालय के गृह मंत्री प्रेस्टन टेनसांग के अनुसार, राजा की हत्या उसी दिन शाम को हो गई थी और सोनम घटना के कुछ घंटे बाद ही शिलॉन्ग से गुवाहाटी के लिए रवाना हो गई। इसके बाद वह ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश पहुंच गई। हालांकि, उसने बीच में कहां-कहां रुककर क्या किया, इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस पूछताछ में ये जानकारियां सामने आएंगी।

20 लाख का लालच और 15 हजार की पेशगी

तीनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सोनम ने उन्हें 20 लाख रुपए देने का वादा किया था। जब आरोपी पहाड़ी चढ़ते समय थक गए और राजा को मारने से मना किया, तब सोनम ने राजा के पर्स से 15,000 रुपए निकालकर उन्हें दिए और कहा – “मारना तो पड़ेगा।” यह बयान घटना की क्रूरता और पूर्वनियोजित स्वरूप को दर्शाता है।

राज कुशवाह की गिरफ्तारी से टूटी सोनम, फिर किया सरेंडर

सोनम हत्या के बाद पूरी जांच पर नजर रख रही थी। उसे ये भी जानकारी थी कि पुलिस राजा को मृत मानकर खाईयों में तलाश रही है। लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि उसका करीबी राज कुशवाह इंदौर से गिरफ्तार हो गया है, उसने समझ लिया कि अब उसकी साजिश बेनकाब हो चुकी है। सोनम के एक और दोस्त ने फोन पर उसे यह सूचना दी, जिसके बाद उसने उत्तर प्रदेश के एक ढाबे से खुद को पुलिस के हवाले करने का फैसला किया।

मुख्य अभियुक्त बनने की तैयारी

मेघालय पुलिस और गृह मंत्रालय सोनम को मुख्य आरोपी घोषित करने की तैयारी कर रहा है। पुलिस के अनुसार, राजा की हत्या फुल-प्रूफ प्लानिंग के तहत की गई। ट्रांजिट रिमांड पर लाकर सोनम से पैसे के लेन-देन, हत्या की तैयारी, और अन्य साथियों से संपर्क जैसे बिंदुओं पर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

रिश्तों में विश्वासघात का खूनी अंजाम

यह हत्याकांड केवल एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि रिश्तों के विश्वासघात, लालच और षड्यंत्र की खौफनाक मिसाल है। इंदौर से लेकर मेघालय तक फैले इस केस ने समाज और कानून-व्यवस्था दोनों को हिला कर रख दिया है। सोनम की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद कई और चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं।

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