कोलार में राहुल गांधी ने दिए यह अहम संदेश, अदानी मोदी को लिया आड़े हाथों

राहुल गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- मल्लिकार्जुन खरगे जी, केसी वेणुगोपाल जी, रणदीप सुरजेवाला जी, डीके शिवकुमार जी, सिद्दारमैया जी, बीके हरिप्रसाद जी, केएच मुनियप्‍पा जी, श्रीनिवास जी, स्‍टेज पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्‍ठ नेता, हमारे प्‍यारे कार्यकर्ता, भाईयों और बहनों, कर्नाटक के युवाओं, प्रेस के हमारे मित्रों आप सबका यहां बहुत-बहुत स्‍वागत, नमस्‍कार।

आज मैं शुरुआत में, मीटिंग की शुरुआत में कर्नाटक की जनता से सीधी बात करना चाहता हूं। सवाल ये है कि जब यहां कुछ ही दिनों में कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी तो कांग्रेस पार्टी की सरकार कर्नाटक के युवाओं के लिए, महिलाओं के लिए, गरीबों के लिए क्‍या करेगी? हिमाचल में चुनाव हुआ, पहले छत्तीसगढ़, मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान में चुनाव हुआ और मुझसे जो हिमाचल प्रदेश के नेता, छत्तीसगढ़ के नेता उन्‍होंने मुझसे पूछा कि हमें क्‍या करना चाहिए? और मैंने उनसे कहा कि देखिए आप 2-3 वायदे जनता से कीजिए और जिस दिन आपकी सरकार बने- पहली कैबिनेट मीटिंग में उन वायदों को पूरा करके दिखाइए। वायदों में 6 महीने, 1 साल, 2 साल नहीं लगने चाहिए, जो बड़े वायदे हैं, उनको पहले ही दिन सरकार को पूरा कर देना चाहिए और यही मैं कर्नाटक के कांग्रेस पार्टी के नेताओं से कहना चाहता हूं।

हमने कर्नाटक की जनता से 4 वायदे किए हैं। गृह ज्‍योति 200 यूनिट मुफ्त में बिजली हर परिवार को, गृह लक्ष्‍मी 2,000 रुपए हर महीने महिलाओं को, अन्‍न भाग्‍य 10 किलो चावल हर गरीब परिवार को हर महीने और सबसे जरूरी युवा निधि 3,000 रुपए हर महीने कर्नाटक के हर ग्रेजुएट को 2 साल के लिए और 1,500 रुपए हर महीने डिप्लोमा होल्‍डर्स को और इन वायदों को पूरा करने में 6 महीने, 1 साल, 2 साल नहीं लगने चाहिए, ये वायदा पहले दिन, पहली कैबिनेट मीटिंग में पूरे हो जाने चाहिए और कांग्रेस पार्टी को कर्नाटक की जनता को और देश की जनता को सीधा मैसेज देना चाहिए, प्रधानमंत्री को मैसेज देना चाहिए कि अगर आप हजारों करोड़ रुपए अडानी जी जैसी कंपनियों को दे सकते हो, तो हम गरीबों को, महिलाओं को, युवाओं को पैसा दे सकते हैं। आपने दिल भरकर अडानी जी जैसे लोगों की मदद की, हम दिल भरकर कर्नाटक के गरीबों की मदद करेंगे, कमजोरों की मदद करेंगे, महिलाओं की, युवाओं की मदद करेंगे, आप अपना काम करो, हम अपना काम करेंगे।

कर्नाटक में बीजेपी ने क्‍या काम किया? क्‍या काम किया मैं आपसे पूछ रहा हूं? 40 परसेंट कमीशन खाया, काम करवाने के लिए बीजेपी की सरकार ने कर्नाटक की जनता, कर्नाटक के युवाओं, कर्नाटक की महिलाओं से पैसा चोरी किया, जो भी इन्‍होंने किया 40 परसेंट कमीशन इन्‍होंने लिया। ये सिर्फ मैं नहीं कह रहा हूं, कॉन्‍ट्रेक्‍टर एसोसिएशन ने हिन्‍दुस्‍तान के प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी और कहा कि कर्नाटक में 40 परसेंट कमीशन लिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने आज तक चिट्ठी का जवाब नहीं दिया। चिट्ठी का जवाब न देने का मतलब कि प्रधानमंत्री ने ये बात मान ली कि 40 परसेंट कमीशन कर्नाटक में लिया जाता है। स्कैम्स की लिस्ट है, स्कूल एसोसिएशन ने चिट्ठी लिखी, पुलिस सब इंस्पेक्टर स्कैम हुआ, 80 लाख रिश्वत ली गई। असिस्टेंट प्रोफेसर जॉब स्कैम, इंजीनियर जॉब स्कैम, ये सब आपने सहा है।

जब मैंने ये बात पार्लियामेंट में रखी, जब मैंने अडानी जी के बारे में प्रधानमंत्री जी से सवाल पूछे, पहले मेरा माइक ऑफ कर दिया गया। मैंने क्या पूछा – प्रधानमंत्री जी, आपका अडानी जी से क्या रिश्ता है? मैंने पार्लियामेंट में एक फोटो दिखाई, जिसमें नरेंद्र मोदी, अडानी जी के हवाई जहाज में रिलैक्स करते हुए दिखते हैं, ऐसे बैठे हैं, जैसे वो अपने घर में बैठे हैं। मैंने पूछा क्या रिश्ता है? फिर मैंने सवाल पूछा कि हिंदुस्तान के एयरपोर्ट अडानी जी को दिए जा रहे हैं और एयरपोर्ट देने से पहले सरकार नियम बदलती है, नियम क्यों बदला, किसने बदला? नियम था कि एयरपोर्ट चलाने के लिए एक्सपीरियंस होना चाहिए, अडानी जी का कोई एक्सपीरियंस नहीं है एयरपोर्ट चलाने में। मुंबई एयरपोर्ट उनके हवाले कर दिया गया। जिसका एयरपोर्ट था, उसके ऊपर सीबीआई, ईडी के केस लगा दिए और उससे एयरपोर्ट छिनवा दिया और अडानी जी के हवाले कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया में हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया के एक नेता के साथ बैठे हैं, उसी मेज पर अडानी जी बैठे हैं, उसी मेज पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सीनियर अधिकारी बैठे हैं और उसी के एकदम बाद स्टेट बैंक अडानी जी को हजारों-करोड़ का लोन दे देता है, मैंने पूछा किसने करवाया? श्रीलंका में पोर्ट अथॉरिटी का एक चेयरमैन कहता है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति ने उसे बताया कि नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अडानी जी की मदद करनी है। प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाते हैं, उसके एकदम बाद अडानी जी को कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है। प्रधानमंत्री इज़राइल जाते हैं, अडानी जी को डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट मिल जाते हैं, पोर्ट मिल जाता है। ये सवाल मैंने पूछे।

मैंने पार्लियामेंट में पूछा अडानी जी की शैल कंपनी है, बेनामी, ये किसकी है, इसमें 20 हजार करोड़ रुपया किसका है, ये सवाल मैंने पूछा? उसके बाद पहली बार इतिहास में सरकार ने पार्लियामेंट को नहीं चलने दिया। आमतौर से पार्लियामेंट को अपोजिशन रोकती है, पहली बार इतिहास में बीजेपी की सरकार ने, उनके मंत्रियों ने पार्लियामेंट को चलने से रोका। उसके बाद बीजेपी के मंत्रियों ने पार्लियामेंट में मेरे बारे में झूठ बोला। पार्लियामेंट में नियम है कि अगर कोई भी मेंबर दूसरे मेंबर के बारे में बोलता है, तो उस मेंबर को पार्लियामेंट में बोलने का मौका दिया जाना चाहिए, ये नियम है पार्लियामेंट का।

मैंने स्पीकर को दो चिट्ठियां लिखी, कहा कि देखिए, ये मेरा हक है, मेरे ऊपर आरोप लगाए गए हैं, मुझे जवाब देना है, बोलने का मौका नहीं दिया गया। उसके बाद मैं स्पीकर के ऑफिस में गया, मैंने कहा स्पीकर सर, मुझे मौका तो दीजिए, जवाब देने का मौका तो दीजिए। मुस्कुराते हुए कहते हैं, मैं कुछ नहीं कर सकता। आइए मेरे साथ चाय पीजिए, मैं आपको समझा दूंगा। मैंने उनसे कहा, स्पीकर सर, आप तो स्पीकर हैं, आप पार्लियामेंट के स्पीकर हैं, जो भी आप करना चाहते हैं पार्लियामेंट में, आप कर सकते हैं। आप अपना काम क्यों नहीं कर रहे हैं? मुस्कुराकर मेरी ओर देखते हैं।

उसके बाद वहाँ नहीं रुके, वो नहीं चाहते हैं कि मैं पार्लियामेंट में अडानी जी की बात रखूं, वो डरते हैं। उसके बाद मुझे पार्लियामेंट से डिस्क्वालिफाई कर दिया। ये सोचते हैं कि पार्लियामेंट से मुझे हटाकर, धमकाकर डरा देंगे, मैं नहीं डरता इनसे।

मैं फिर से दोहराता हूं – प्रधानमंत्री जी, आपका अडानी जी के साथ क्या रिश्ता है और ये 20 हजार करोड़ रुपए जो शैल कंपनी में हैं, वो किसके हैं और ये जो बेनामी पैसा है, वो किसका है और कहाँ से आया और जब तक इसका जवाब नहीं मिलेगा, तब तक मैं नहीं रुकने वाला हूं। मुझे डिस्क्वालिफाई कर दो, जेल में डाल दो, कुछ भी कर लो, कुछ भी फर्क नहीं पड़ता।

अडानी जी एक चिन्ह हैं, करप्शन के एक चिन्ह हैं। 21 वीं सदी में एक व्यक्ति हिंदुस्तान का पूरा का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर, एयरपोर्ट, पोर्ट, सड़क, सारा का सारा उठा ले जाता है। हजारों-करोड़ रुपए, धन जादू से उनकी कंपनी में आ जाता है। सबसे जरुरी इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की कंपनी में चीन का एक डायरेक्टर बैठा है। अडानी जी की शैल कंपनी में चीन का डायरेक्टर है, बात समझिए। कोई जांच नहीं हो रही। अडानी जी डिफेंस में काम करते हैं, कोई जांच नहीं हो रही है कि भईया आपकी कंपनी में चीन का डायरेक्टर कैसे बैठा हुआ है, ये है कौन, किसने बैठाया इसको, क्यों बैठाया और फिर ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं।

ओबीसी की बात करते हैं। कहते हैं कि मैंने ओबीसी का अपमान किया। चलिए आज ओबीसी की बात करते हैं, पूरी करते हैं। सबसे बड़ा सवाल क्या है – अगर हम ओबीसी की बात करते हैं, दलितों की बात करते हैं, हिंदुस्तान के लोगों की बात करते हैं, तो सबसे बड़ा सवाल क्या है? सबसे बड़ा सवाल ये है कि किसकी कितनी आबादी है? हम जानते हैं कि हिंदुस्तान की सरकार में सेक्रेटरीज़ अगर आप देखें तो दलित, आदिवासी, ओबीसी वर्ग से सिर्फ 7 प्रतिशत आते हैं। मतलब हिंदुस्तान की सरकार को, हिंदुस्तान की सरकार की रीढ़ की हड्डी जो है सेक्रेटरीज़ ऑफ गवर्नमेंट ऑफ इंडिया, उसमें से सिर्फ 7 प्रतिशत दलित, आदिवासी और ओबीसी वर्ग से आते हैं। तो सबसे बड़ा सवाल है हिंदुस्तान में ओबीसी कितने हैं, आदिवासी कितने हैं, दलित कितने हैं? तो अगर हम धन बांटने की बात करें, अगर हम सत्ता में भागीदारी की बात करें, तो पहला कदम ये होना चाहिए कि भईया किसकी कितनी आबादी है?

यूपीए ने, कांग्रेस पार्टी ने 2011 में कास्ट बेस्ड सेंसस किया। पूरे देश की जातियों का डेटा उस सेंसस में है। मोदी जी, आप ओबीसी की बात करते हैं, उस डेटा को आप पब्लिक कर दीजिए, पता लग जाए देश में कितने ओबीसी हैं, कितने दलित हैं, कितने आदिवासी हैं। अगर सबको भागीदार बनाना है, सबको इस देश की प्रगति में शामिल करना है, तो ये तो मालूम होना चाहिए कि कौन कितने हैं। तो मोदी जी कास्ट सेंसस का डेटा आप रिलीज कीजिए, देश की जनता को पता लग जाए देश में ओबीसी कितने हैं, दलित कितने हैं, आदिवासी कितने हैं और अगर आप ये काम नहीं करेंगे, तो ये ओबीसी पर अपमान है। आपने ओबीसी की बात की, देश को दिखा दीजिए, देश में कितने ओबीसी हैं और फिर देश को समझाइए कि आपकी सरकार में सिर्फ 7 प्रतिशत सेक्रेटरीज़ ओबीसी, दलित और आदिवासी में से क्यों आते हैं? दूसरी बात, जो एससी और एसटी का कोटा है, उसको उनकी आबादी से प्रपोर्शन कर दीजिए और तीसरी बात, जो रिजर्वेशन पर आपने 50 प्रतिशत का केप लगा रखा है, उसको हटा दीजिए। फिर बात करते हैं ओबीसी का अपमान कौन करता है।

भाईयों और बहनों, कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की सरकार आने वाली है। प्रधानमंत्री जी सिर्फ अडानी जी जैसे लोगों की मदद करते हैं। कांग्रेस पार्टी कर्नाटक के किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की मदद करेगी। मोदी जी ने बैंकों के दरवाजे अरबपतियों के लिए खोले हैं, हम बैंक के दरवाजे किसानों के लिए, मजदूरों के लिए, छोटे दुकानदारों के लिए, छोटे व्यापारियों के लिए खोलेंगे और कर्नाटक की सरकार, कांग्रेस पार्टी कर्नाटक की सरकार गरीबों की सरकार, किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की सरकार बनाएगी।

मुझे बहुत खुशी हो रही है कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में एक होकर लड़ रही है। भाइयों और बहनों, पूरी मैजोरिटी से कांग्रेस को यहाँ जिताना है। एक बात याद रखिए बीजेपी की पूरी कोशिश होगी कि वो 40 प्रतिशत कमीशन वाले पैसे से सरकार को तोड़ने की कोशिश करे। जो पैसा आपसे चोरी किया, उसी का प्रयोग करके फिर से आपकी सरकार चोरी करने की कोशिश करेंगे। इसलिए सबसे जरूरी बात कम से कम 150 सीटें कांग्रेस को जीतनी चाहिए। इनको कोई भ्रष्टाचार का मौका नहीं देना है।

आप सबका दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद और जो हमारे कार्यकर्ता हैं, कांग्रेस पार्टी के बब्बर शेर हैं, आप निकलिए, जनता के बीच जाइए और 150 सीटें यहाँ जीतवाइए।

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