चीनू से रानी का कराया जा रहा है मिलन, जानिए क्या है मामला

जयपुर. जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh biological park) में लंबे अरसे के बाद भी टाइगर सफारी अभी तक शुरू नहीं हो पाई है. लायन सफारी भी पूरी तरह से आबाद नहीं हुई है. यहां शेरों की कमी रहती है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बिग कैट (Big cats) वंश में उम्मीद के मुताबिक बढ़ोतरी नहीं हुई है. ऐसे में अब प्रसास तेज किये जा रहे हैं. इन प्रयासों के तहत बायोलॉजिकल पार्क में सफेद बाघ (White tiger) चीनू और रानी का मिलन कराया जा रहा है. पिछले 5 साल में नाहरगढ़ में एक्सचेंज के जरिए जितने भी शेर-बाघ लाये गए और उनसे जो प्रजनन हुआ था उनमें से आधे से ज्यादा सदस्य पिछले दो साल में अलग-अलग बीमारियों से इस दुनिया को अलविदा कह गए.

ऐसे में बिग कैट परिवार को फिर से आबाद करने के लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एक सफेद बाघ और सुनहरी बाघिन नन्दन कानन जू से मार्च में लाये गए थे. मार्च से अब तक लंबे इंतजार के बाद बायोलॉजिकल पार्क में चीनू और रानी का मिलन कराया जा रहा है. हालांकि पहले प्लान ये था कि सफेद बाघ चीनू के लिए एक सफेद बाघिन ही बतौर जोड़ीदार लायी जाएगी.

कई जू में की सुनहरे बाघ की तलाश

इसके अलावा सुनहरी बाघिन रानी के लिए भी एक सुनहरा बाघ लाने के लिए देश के कई जू में सम्पर्क साधा गया. हालांकि दोनों ही बाघ बाघिन के जोड़ीदार मिलने में अभी नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क प्रशासन को सफलता नहीं मिली है. ऐसे में बिना वक्त बर्बाद किये अब ज़ू में सुनहरी बाघिन और सफेद बाघ का मिलन कराने का फैसला किया गया है.

इस मिलन से शावक सफेद होंगे या सुनहरी
हालांकि सुनहरी बाघिन और सफेद बाघ में रंग के अलावा कोई फर्क नहीं होता है. दोनों की विशेषताएं लगभग समान ही हैं. लेकिन दोनों के मिलन के बाद कौतूहल का विषय ये रहेगा कि इनके मिलन के बाद शावक सुनहरी होंगे या सफेद. इस नये प्रयोग के बाद नाहरगढ़ बॉयोलॉजिकल पार्क को नए शावक मिलने की उम्मीद बंधी है.

Related Articles

Back to top button