आज का इतिहास:प्रिंसेस डायना का तलाक;

जिनकी शादी को 100 करोड़ लोगों ने टीवी पर देखा था, इतने ही लोग उनकी मौत के भी गवाह बने

29 जुलाई 1981। दिन – बुधवार। लंदन का सेंट पॉल चर्च। यहां एक बेहद खास शादी हो रही थी जिस पर पूरी दुनिया की निगाहें थीं। दूल्हे थे- प्रिंस चार्ल्स और दुल्हन- प्रिंसेस डायना। इस शादी को दुनियाभर के 100 करोड़ लोगों ने टीवी पर देखा था, 6 लाख लोग लंदन की सड़कों पर थे और 2650 खास मेहमान चर्च में बुलाए गए थे।

दुनियाभर में इस शादी की बेहद चर्चा थी, जिसकी वजह थी प्रिंसेस डायना। कहा जाता है कि डायना दुनिया की सबसे चर्चित और मशहूर राजकुमारी थीं। लोग उनके हंसने-रोने, उठने-बैठने और चलने पर भी तारीफों के पुल बांध देते थे। यानी उनकी जिंदगी का हर आम लम्हा दुनिया के लिए बेहद खास था।

सगाई में प्रिंस चार्ल्स ने जो अंगूठी प्रिंसेस डायना को दी थी, उसमें 12 कैरेट का कीमती ब्लू सफायर स्टोन, 18 कैरेट व्हाइट गोल्ड और 14 हीरे जड़े हुए थे।

बड़ी धूमधाम के साथ ये शादी हुई और कभी सामान्य जीवन जीने वाली डायना शाही परिवार का हिस्सा बन गईं, लेकिन शाही जिंदगी जहां अपने साथ कई सुविधाएं लेकर आती है वहीं कई परेशानियां भी। डायना शाही परिवार का हिस्सा बनने से पहले बेहद सामान्य जिंदगी जी रही थीं, लेकिन शाही परिवार में आते ही सब बदल गया। शाही परिवार के शाही सदस्य होने का दबाव, 24 घंटे पीछा करती मीडिया और निजी मसलों में भी दुनियाभर की निगाहों ने डायना की प्राइवेसी छीन ली थी।

डायना शाही परिवार का सदस्य बनने की कोशिशें कर रही थीं कि उन्हें प्रिंस चार्ल्स के प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला। चार्ल्स का कैमिला पार्कर नाम की एक महिला से प्रेम प्रसंग था, लेकिन कैमिला पहले से शादीशुदा थीं। इस वजह से शाही परिवार ने रिश्ते को नामंजूर कर दिया था। यानी डायना चार्ल्स की पहली पसंद नहीं थीं।

इसीलिए शादी के बाद से ही चार्ल्स और डायना के रिश्तों में वो गर्मजोशी नहीं थी। ये रिश्ते तब और बिगड़े जब डायना को पता चला कि चार्ल्स और कैमिला वापस साथ आ गए हैं। ये बात 1986 की है और तब तक डायना दो बच्चों की मां बन चुकी थीं।

शादी के दौरान प्रिंस चार्ल्स और प्रिंसेस डायना।

डायना और चार्ल्स के बीच की दूरी लोगों को भी नजर आने लगी थी। लोगों को दोनों के खराब रिश्ते, डायना के डिप्रेशन और चार्ल्स-कैमिला के अफेयर के बारे में पता चल चुका था। आम लोगों के बीच शाही परिवार की किरकिरी होने लगी थी। इसलिए शाही परिवार ने दोनों को अलग-अलग करने का फैसला लिया। कहा जाता है कि डायना अपने बच्चों के खातिर तलाक के लिए राजी नहीं थीं, लेकिन उन्हें जबर्दस्ती तलाक के लिए राजी किया गया। 9 दिसंबर 1992 को प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने दोनों के बीच सेपरेशन की घोषणा की। 28 अगस्त 1996 को दोनों का आधिकारिक तौर पर तलाक हो गया।

तलाक के एक साल बाद ही डायना के हार्ट सर्जन हसनत खान और फिल्म प्रोड्यूसर और प्लेबॉय डोडी अल फायद के बीच अफेयर की खबरें आने लगीं। 31 अगस्त 1997 को 36 साल की उम्र में प्रिंसेस डायना कार दुर्घटना में मारी गईं। इस हादसे में डोडी अल फायद भी मारे गए। बताया जाता है दोनों साथ थे, तभी कुछ पत्रकार इनकी फोटो लेना चाहते थे। मीडिया से बचने के लिए ड्राइवर ने कार की स्पीड बढ़ा दी और कार अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो गई।

हालांकि, उनकी मौत के पीछे अलग-अलग थ्योरी दी जाती हैं, लेकिन सच्चाई आज तक कोई नहीं जानता।

1963: मार्टिन लूथर किंग जूनियर का ऐतिहासिक भाषण

अमेरिका आज भले ही खुद को कितना ही विकसित देश बताए, लेकिन आज भी वहां काले-गोरे का भेद खत्म नहीं हुआ है। आपको पिछले साल का जॉर्ज फ्लायड का केस तो याद ही होगा। ये हालात दशकों पहले और ज्यादा खराब थे। तब वहां गुलामी प्रथा थी। काले लोगों को अमेरिकी सफेद लोग गुलाम बनाकर रखते थे। अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने जब इस प्रथा को खत्म करना चाहा तो लोग विरोध करने लगे। अमेरिका में गृहयुद्ध भड़क उठा। इसके बाद अमेरिका में सिविल राइट्स के लिए एक बड़ा आंदोलन उठा जिसका नेतृत्व कर रहे थे – मार्टिन लूथर किंग जूनियर।

28 अगस्त 1963 को करीब 2 लाख लोगों के बीच मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने एक भाषण दिया था, जिसे अमेरिकी इतिहास में आज भी सबसे ज्यादा प्रभावशाली भाषण माना जाता है।

भाषण के दौरान मार्टिन लूथर किंग जूनियर।

ये भाषण लिंकन मेमोरियल की सीढ़ियों पर खड़े होकर दिया गया था, जो राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की याद में बनाया गया है। इस भाषण को ‘I have a dream’ नाम से जाना जाता है, यानी मेरा सपना है कि –

एक दिन इस देश का उदय होगा और यह सही मायनों में अपने सिद्धांत को अपनाएगा, जो है ”हम इस सत्य को स्वत: प्रमाणित समझते हैं कि सभी इंसान बराबरी के साथ धरती पर भेजे गए हैं”।एक दिन जॉर्जिया की लाल पहाड़ियों पर बरसों तक गुलामी करने वालों के बच्चे और मालिकों के बच्चे मिल-जुलकर एक साथ बैठ सकेंगे।अन्याय और अत्याचार की आग में जल रहा मिसीसिपी राज्य, आजादी और न्याय की हरियाली में रंगा नजर आएगा।एक दिन मेरे चारों बच्चे एक ऐसे देश में रहेंगे जहां उन्हें चमड़ी के रंग से नहीं बल्कि उनके चरित्र से पहचाना जाएगा।एक दिन हर घाटी को पाट दिया जाएगा, हर पहाड़ समतल कर दिया जाएगा और जटिल बीहड़ सपाट हो जाएंगे। तब ईश्वर की कृपा बरसेगी और इसे सभी इंसान महसूस करेंगे।

आखिर हम आजाद हैं, आखिर हम आजाद हैं ! शुक्रिया मेरे ईश्वर, आखिर हम आजाद हैं !

*ये भाषण के केवल कुछ महत्वपूर्ण अंश हैं।

28 अगस्त के दिन को इतिहास में और किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से याद किया जाता है…

2017: पी.वी. सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में रजत जीता।

1973: भारत और पाकिस्तान ने 90 हजार युद्धबंदी पाकिस्तानी सैनिकों को रिहा करने के लिए संधि पर हस्ताक्षर किए।

1845: साइंस जर्नल साइंटिफिक अमेरिकन पहली बार पब्लिश हुआ।

1789: सर विलियम हर्शल ने शनि ग्रह के चांद की खोज की।

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