3 साल में 20 दूल्हों का शिकार, करोड़ों की लूट.. दुल्हन का कांड देख पुलिस भी रह गई दंग, जानिए पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस और आम लोगों को चौंका दिया है। यहां पुलिस ने चार युवतियों को गिरफ्तार किया है, जो पिछले तीन सालों से एक संगठित गैंग की तरह काम करते हुए शादी के नाम पर लड़कों को ठग रही थीं। आरोपित महिलाओं ने कबूल किया है कि उन्होंने अब तक 20 से ज्यादा शादियां की हैं और हर बार शादी के कुछ ही दिनों बाद पति को धोखा देकर कीमती सामान और नकदी लेकर फरार हो जाती थीं।

ठगी का तरीका था बेहद शातिराना

गिरफ्तार युवतियों ने बताया कि वे एक तय रणनीति के तहत लड़कों को निशाना बनाती थीं। पहले किसी माध्यम से रिश्ता तय किया जाता, फिर सादगी और मजबूरी का नाटक कर जल्दबाजी में शादी की जाती। शादी के बाद वे कुछ दिन ससुराल में रहतीं और फिर मौका मिलते ही कैश, ज्वेलरी और महंगे सामान लेकर गायब हो जाती थीं। अक्सर इनमें से एक युवती खुद को “समाज सेविका” बताकर लोगों का भरोसा जीतती थी।

गैंग का नेटवर्क और सहयोगी भी थे सक्रिय

पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि इस गैंग के कई सहयोगी अन्य शहरों और जिलों में भी सक्रिय हैं। यह युवतियां अकेली काम नहीं करती थीं, बल्कि इनके साथ कुछ पुरुष भी जुड़े थे, जो रिश्तों की बातचीत करवाने और झूठी पहचान बनाने में मदद करते थे। कई मामलों में तो नकली आधार कार्ड और पहचान पत्र भी इस्तेमाल किए गए।

कई राज्यों में दर्ज हैं मामले, पुलिस भी रह गई दंग

गिरफ्तार युवतियों की कुंडली खंगालने पर पुलिस को पता चला कि इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश और दिल्ली में भी ऐसे कई मामले दर्ज हैं। इन युवतियों की सच्चाई और बेधड़क स्वीकारोक्ति सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। पुलिस अब इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रही है।

पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई

प्रयागराज पुलिस अधीक्षक (SP) ने मीडिया को बताया कि, “यह लड़कियां एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं जो शादी के नाम पर ठगी करती थीं। इनसे पूछताछ जारी है और इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।” उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि किसी भी अज्ञात रिश्ते को तय करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना पुलिस को दें।

सोशल मीडिया पर भी मिलते थे शिकार

एक और हैरान करने वाला तथ्य यह भी है कि यह गिरोह सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल साइट्स का भी इस्तेमाल करता था। वहां से वे ऐसे युवकों को चुनते थे जो जल्द शादी करना चाहते थे या फिर भावनात्मक रूप से कमजोर थे। इसी का फायदा उठाकर गिरोह उन्हें फंसा लेता और शादी की रस्में जल्दबाजी में निपटा देता।

लोगों में दहशत और सतर्कता की जरूरत

इस घटना ने समाज में भरोसे को झकझोर दिया है। आम लोग अब ऑनलाइन रिश्तों और जल्दीबाज़ी में की जाने वाली शादियों को लेकर सतर्क हो रहे हैं। पुलिस ने ऐसे मामलों में और भी सतर्कता बरतने के लिए जिले की अन्य थानों को अलर्ट कर दिया है।

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