Independence Day: PM मोदी ने इस बार लाल किले से ऐसे पढ़ा खुद का भाषण, नहीं लिया टेलीप्रॉम्टर का सहारा

News Nasha

Independence Day Modi Speech: आज देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। अपने 82 मिनट के दिए भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार ‘टेलीप्रॉम्प्टर’ की बजाए ‘नोट्स’ का किया इस्तेमाल किया है। लाल किले की प्राचीर से यह उनका लगातार नौवां संबोधन था। देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। आजादी के 75 साल पूरे होने पर देशवासियों को बधाई देते हुए पीएम ने इस बार टेलीप्रॉम्प्टर को दरकिनार कर अपने भाषण की शुरुआत की।

स्वतंत्रता सनानियों को क्रूरता का सामना करना पड़ा:

अपने भाषण में पीएण मोदी ने “स्वतंत्र भारत के वास्तुकारों” को याद किया, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने कहा, “हमारे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, एक साल ऐसा नहीं था जब हमारे स्वतंत्रता सैनानियों को क्रूरता का सामना नहीं करना पड़ा था। आज वह दिन है जब हम उन्हें अपना सम्मान देते हैं, हमें भारत के लिए उनके दृष्टिकोण और सपने को याद रखने की जरूरत है।”

भारत की तरक्की के लिए महिलाओं का सम्मान हो:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के दौरान कहा, “भारत की तरक्की के लिए महिलाओं का सम्मान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और उन्होंने ‘नारी शक्ति’ का समर्थन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।” देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि बोलने में और आचरण में हम ऐसा कुछ न करें, जो महिलाओं का सम्मान कम करता हो। हमारे आचरण में विकृति आ गयी है और हम कभी-कभी महिलाओं का अपमान करते हैं। क्या हम अपने व्यवहार और मूल्यों में इससे छुटकारा पाने का संकल्प ले सकते हैं।

हमें एक समाज के रूप में एक साथ आने की जरूरत:

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हमारा शानदार प्रदर्शन भारत की चमचमाती प्रतिभा का उदाहरण है, हमें ऐसी प्रतिभाओं को बढ़ावा एवं समर्थन देने की जरूरत है। वहीं उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों को दंडित करने के लिए हमें एक समाज के रूप में एक साथ आने की जरूरत है।

 

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