पीलीभीत में महिला की बीच सड़क हत्या, मायके ले जाने आया था भाई.. उसी के सामने कुल्हाड़ी से काट दिया

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के घुंघचाई थाना क्षेत्र में मंगलवार को उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक विवाहिता की उसके पति और जेठ ने दिनदहाड़े हत्या कर दी। पीड़िता नन्हीं देवी (35 वर्ष) को उसके पति अखिलेश मिश्रा और जेठ अरविंद ने धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। यह हत्या नन्हीं के भाई रजनीश के सामने हुई, जो अपनी बहन को मायके ले जाने आया था।
झगड़े की जड़: घर से भागी बेटियां और लगातार मारपीट
पीड़िता की मां अनीता देवी के अनुसार, अखिलेश मिश्रा पेशे से ट्रक ड्राइवर है और अक्सर घर से बाहर रहता था। दंपत्ति के दो बेटे और दो बेटियां हैं। एक महीने पहले दोनों बेटियां घर से कहीं चली गई थीं, जो अब तक वापस नहीं लौटीं। इसके बाद से अखिलेश अपनी पत्नी पर शक करने लगा और उसे अक्सर मोबाइल पर धमकी और शारीरिक प्रताड़ना देता था। नन्हीं देवी ने कुछ दिन पहले ही मायके जाने की इच्छा जताई थी।
धोखे से अलग किया मां-बेटी को, फिर पहुंचा घटनास्थल
मंगलवार दोपहर को नन्हीं देवी अपनी मां के साथ गांव से बाहर वाहन पकड़ने के लिए निकली थी। तभी आरोपी अखिलेश वहां पहुंचा और अपनी सास को बहाने से बाइक पर बैठाकर एक धार्मिक स्थल तक छोड़ आया। इस दौरान उसने नन्हीं को पीछे छोड़ दिया। फिर उसने रजनीश को कॉल कर मौके पर बुलाया, जहां वह उसकी बहन पर जानलेवा हमला कर रहा था।
बांका से किया ताबड़तोड़ हमला, मौके पर ही मौत
रजनीश ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचा, तो देखा कि अखिलेश और उसका भाई अरविंद मिलकर नन्हीं पर बांका से ताबड़तोड़ वार कर रहे थे। उसने बचाने की कोशिश की और बांका छीना भी, लेकिन आरोपियों ने फिर से हथियार छीनकर हमला जारी रखा और बाइक से फरार हो गए। इस निर्मम हमले में नन्हीं देवी की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस जांच में जुटी, हत्यारोपियों की तलाश जारी
घुंघचाई थाना प्रभारी प्रकाश सिंह ने बताया कि रजनीश की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है। मृतका के दोनों बेटे आनंद (14) और आदेश (10) घर में अकेले रह गए हैं, जबकि आरोपी फरार हैं।
चश्मदीद बनी भाभी, खून देखकर बेहोश हुई
रजनीश की पत्नी चांदनी भी इस वारदात की चश्मदीद बनी। जब वह घटनास्थल पर पहुंची, तो भाभी का खून से सना शरीर देखकर कार में ही बेहोश हो गई। यह मंजर बेहद दिल दहला देने वाला था और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
आरोपी परिवार का आपराधिक इतिहास भी आया सामने
नन्हीं देवी की मां ने बताया कि आरोपी परिवार पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति का है। अखिलेश का बड़ा भाई अशोक पहले से ही हत्या के एक मामले में पिछले 10 वर्षों से जेल में बंद है। इस घटना से साफ है कि यह केवल घरेलू विवाद नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश भी हो सकती है।
घरेलू हिंसा की भयावह सच्चाई
यह घटना न सिर्फ एक महिला की हत्या है, बल्कि घरेलू हिंसा, संदेह और सामाजिक असंवेदनशीलता की क्रूर तस्वीर है। पुलिस की सख्ती और त्वरित कार्रवाई इस मामले में न्याय दिलाने की दिशा में अहम होगी।