राजस्थान में इस वजह से पानीपत का जमकर विरोध, सिनेमाघरों में तोड़फोड़

सिनेमा के पर्दे पर फिल्म ‘पानीपत’ रिलीज हो चुकी है। लेकिन रिलीज के बाद जैसे-जैसे इसकी पूरी कहानी लोग जान रहे हैं इसपर बवाल मच रहा है। राजस्थान और यूपी के कई शहरों में फिल्म पर बैन लगाने के लिए प्रदर्शन किया गया है। जयपुर में तो तोड़फोड़ भी की गई है। जाट समाज के लोगों को ‘पानीपत’ फिल्म के एक हिस्से से परेशानी है।

‘पानीपत’ फिल्म को लेकर हुए विवाद पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी बयान दिया है। गहलोत ने कहा कि ”किसी भी जाति धर्म का अपमान होता है तो इससे लोगों को तकलीफ होती है, इससे बचना चाहिए।” सीएम अशोक गहलोत ने यह भी कहा है कि ”बेहतर यही होगा कि सिनेमा चलाने वाले जाट समाज के लोगों से बात करें।”

राजस्थान की राजधानी जयपुर के मशहूर आईनॉक्स मल्टीप्लेक्स में आज दोपहर दर्जन भर नौजवानों ने घुसकर तोड़फोड़ की और फिल्म का प्रसारण रोकने की कोशिश की। बाद में पुलिस की टीम पहुंची और तोड़फोड़ करने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लिया। जयपुर में ही मशहूर राजमंदिर टॉकीज के बाहर जाट समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया जिसके बाद फिल्म बदल दी गई। भरतपुर में भी लोगों ने पुतला जलाकर अपना विरोध जताया। इसके अलावा यूपी के आगरा में आज लोगों ने पोस्टर बैनर लेकर कलेक्ट्रेट दफ्तर के बाहर फिल्म पर बैन लगाने की मांग की। फिलहाल फिल्म का ये विरोध शहर दर शहर बढ़ता जा रहा है।

फिल्म में जिन महाराजा सूरजमल का कथित तौर पर विवादित चरित्र पेश किया गया है उन्हें जाट समाज अपना पूर्वज मानते हैं। यही वजह है कि जिन इलाकों में जाट समाज प्रभावी हैं वहां इस फिल्म का विरोध किया जा रहा है। जाट समाज चाहता है कि फिल्म से महाराजा सूरजमल के चरित्र पर सवाल उठाने वाले सीन हटाये जाएं।

वहीं इससे पहले राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और सांसद हनुमान बेनीवाल ने बॉलीवुड फिल्म ‘पानीपत’ में भरतपुर के पूर्व महाराजा सूरजमल के किरदार को कथित तौर पर गलत तरीके से फिल्माए जाने की निन्दा की थी। पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने ट्वीट के जरिए कहा कि स्वाभिमानी, निष्ठावान और हृदय सम्राट महाराजा सूरजमल का फ़िल्म ‘पानीपत’ में किया गया ग़लत चित्रण निदंनीय है।

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