बड़ा हमला: बस से 9 यात्रियों को उतारा.. और AK-47 से कर दी गोलियों की बौछार, दर्दनाक मौत, देखें तस्वीरें..

पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। गुरुवार शाम को अज्ञात बंदूकधारियों ने चलती बसों को रोककर यात्रियों को अगवा किया और बाद में 9 लोगों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना इलाके में लगातार बढ़ती हिंसा और आतंक का प्रमाण है, जिससे वहां के आम नागरिकों में भय का माहौल फैल गया है।

शवों पर गोलियों के निशान, कोई आतंकी संगठन नहीं आया सामने

बलूचिस्तान प्रांत के आधिकारिक प्रवक्ता शाहिद रिंद ने जानकारी दी कि हमलावरों ने कई बसों को रोककर यात्रियों को बंदूक की नोक पर अगवा किया। इन लोगों को सुनसान इलाके में ले जाकर गोलियों से छलनी कर दिया गया। सरकारी अधिकारी नाविद आलम ने बताया कि मृतकों के शव रात को बरामद हुए, जिन पर कई गोलियों के निशान थे। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को शक बलूच विद्रोहियों पर है।

बलूच विद्रोही बन चुके हैं पाकिस्तान की चिंता का कारण

बलूचिस्तान में ऐसी घटनाएं नई नहीं हैं। पूर्व में भी बलूच विद्रोही समूहों द्वारा यात्रियों, सुरक्षा बलों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले होते रहे हैं। ये विद्रोही केवल पाकिस्तान से आज़ादी की मांग ही नहीं कर रहे, बल्कि चीन के सहयोग से बन रहे प्रोजेक्ट्स का भी पुरजोर विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पाकिस्तान और चीन मिलकर बलूचिस्तान के खनिज और प्राकृतिक संसाधनों की लूट कर रहे हैं।

CPEC प्रोजेक्ट बना विवाद की जड़

बलूच विद्रोही चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस प्रोजेक्ट से बलूचिस्तान के स्थानीय लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा, बल्कि उनका शोषण हो रहा है। बलूच विद्रोही अब तक कई बार CPEC पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों पर हमले कर चुके हैं। उनके अनुसार, चीन बलूचिस्तान के खनिज संपदाओं को लूट रहा है और स्थानीय लोगों को हाशिए पर धकेला जा रहा है।

11 मार्च की जाफर एक्सप्रेस हाईजैक घटना से भी जुड़े तार

बलूच विद्रोहियों की हिंसा यहीं नहीं थमी है। इससे पहले 11 मार्च को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था। इस ट्रेन में 440 यात्री सवार थे। अपनी मांगों को मनवाने के लिए पाकिस्तान सरकार पर दबाव डालते हुए विद्रोहियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें 18 सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। यह घटना अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी सुर्खियों में रही थी।

बलूचिस्तान: संसाधनों से संपन्न लेकिन असंतोष से ग्रसित

बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और संसाधनों से भरपूर प्रांत है, जहां प्राकृतिक गैस, कोयला, तांबा और कई बहुमूल्य खनिज पाए जाते हैं। लेकिन यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें इन संसाधनों का लाभ नहीं मिलता। वे राजनीतिक उपेक्षा, आर्थिक शोषण और सैन्य दमन का सामना कर रहे हैं। इसी कारण से क्षेत्र में अलगाववादी भावनाएं तेज़ होती जा रही हैं।

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