पाकिस्तानी सेना को अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर ‘कुछ होने की’ आशंका

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पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को अफ़ग़ानिस्तान के मसले पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस करते हुए सीमा सुरक्षा पर कई बातें कहीं.

इंटर-सर्विसेज़ पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक (DG) मेजर जनरल बाबार इफ़्तिख़ार ने इस दौरान कहा कि पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर ‘कुछ हो सकता है’ लेकिन किसी भी तरह की परिस्थिति के लिए ‘हम तैयार हैं.’

उनका कहना था कि अफ़ग़ानिस्तान में सैन्य हालात तेज़ी से बदले हैं और किसी को भी अंदाज़ा नहीं था कि इतनी तेज़ी से हालात बदलेंगे.

उन्होंने कहा कि वहां पर आशंका हमेशा रहती है लेकिन इस सबके बावजूद सीमा पर परिस्थितियां ‘सामान्य हैं’ और ‘नियंत्रण में हैं’क्योंकि सीमा पर या देश के अंदर अभी तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है.

‘कुछ भी हो सकता है’

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा, “सीमा पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए हमने हर संभव क़दम उठाए हैं और हर एक आवाजाही वहां नियंत्रण में है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कुछ नहीं हो सकता है, कुछ हो सकता है, लेकिन हम तैयार हैं.ऐसा नहीं है कि हम इससे अनजान होंगे.”

उन्होंने बताया कि 15 अगस्त के बाद से सीमा को बंद करना पड़ा है और कई बार दोबारा खोला भी गया है.

“अफ़ग़ान नेशनल आर्मी के जवानों ने कई बार पाकिस्तान में शरण मांगी. अलग-अलग मौक़ों पर 94 अफ़ग़ान जवानों ने सुरक्षित निकलने के लिए पाकिस्तान के रास्ते का इस्तेमाल किया जिसे उनको अनुमति दी गई. हमने उनके साथ सैन्य मूल्यों के अनुरूप व्यवहार किया और उनकी वापसी को संभव बनाया.”

पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर 78 क्रॉसिंग पॉइंट्स हैं और हालात को देखते हुए सिर्फ़ 17 को ही आवाजाही के लिए खोला गया है ताकि बेहतर नियंत्रण और प्रबंधन हो सके.

उन्होंने बताया, “सीमा पर से सिर्फ़ उन्हीं लोगों को जाने दिया जा रहा है जिनके पास वैध दस्तावेज़ हैं.”

साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से व्यापार के लिए सिर्फ़ पांच क्रॉसिंग पॉइंट्स चालू हैं और 73 को बंद रखा गया है.

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