Operation Kalnemi: 134 फर्जी बाबाओं का पर्दाफाश; एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल, देखिए पूरी रिपोर्ट

उत्तराखंड सरकार ने जनता की धार्मिक आस्था से हो रहे छलावे और ठगी पर नकेल कसते हुए राज्यभर में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ नाम से बड़ा अभियान चलाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू हुए इस ऑपरेशन के तहत अब तक 134 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार किसी भी हाल में ढोंगी साधु-संतों को बख्शने के मूड में नहीं है।

उधम सिंह नगर में सबसे ज्यादा गिरफ्तारी, देहरादून-हरिद्वार भी पीछे नहीं

अब तक की गई कार्रवाई में उधम सिंह नगर जिले से सबसे ज्यादा 66 फर्जी बाबा, हरिद्वार से 45, और देहरादून से 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये सभी व्यक्ति साधु-संतों का भेष बनाकर जनता से ठगी, धार्मिक आस्थाओं का शोषण, और अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।

देहरादून में ऑपरेशन तीसरे दिन भी जारी, एक बांग्लादेशी भी पकड़ा गया

देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के आदेश पर जिलेभर में अभियान जारी है। शनिवार, 12 जुलाई को विशेष कार्रवाई की गई, जिसमें कई बाहरी व्यक्ति भी पकड़े गए। पकड़े गए फर्जी बाबाओं में से एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल था। ये लोग सम्मोहन, ठगी, और महिलाओं को निशाना बनाकर उनसे गहने, पैसा या अन्य सामान छीनने जैसे अपराधों में लिप्त पाए गए।

महिलाओं से ठगी और यौनाचार के मामलों में भी फंसे हैं बाबा

देहरादून में अब तक 48 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से कई पर महिलाओं से यौनाचार, सम्मोहन द्वारा ठगी, और गहने छीनने जैसे संगीन आरोप हैं। पुलिस का कहना है कि यदि आरोपियों के खिलाफ कोई पीड़ित तहरीर देता है तो आईपीसी की गंभीर धाराओं में केस भी दर्ज किया जाएगा। अभी उन्हें भारतीय संहिता की धारा 170 और पुलिस एक्ट के अंतर्गत हिरासत में लिया गया है।

उधम सिंह नगर में सीमावर्ती जिलों से आकर सक्रिय थे फर्जी पीर-फकीर

एसपी मुनीकरण मिश्रा के नेतृत्व में उधम सिंह नगर पुलिस ने ऐसे 66 सस्पेक्ट पीर-फकीरों को पकड़ा है जो सीमावर्ती जिलों से आकर फर्जीवाड़े में लिप्त थे। इन बाबाओं पर आपराधिक प्रवृत्ति और आमजन को ठगने के आरोप हैं। पुलिस ने इन्हें चिन्हित कर स्थानीय पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही की है। ऑपरेशन कालनेमि के तहत इन लोगों के ठिकानों की जांच भी जारी है।

हरिद्वार में दो टीमें गठित, 45 फर्जी बाबा भेजे गए जेल

हरिद्वार के एसएसपी प्रवीण सिंह डोभाल ने बताया कि शहर और देहात क्षेत्रों के लिए अलग-अलग विशेष पुलिस टीमें गठित की गई हैं, जिनमें सीओ से लेकर सिपाही तक शामिल हैं। ये टीमें सीधे एसपी को रिपोर्ट कर रही हैं और इलाके में नजर रखने के साथ-साथ हर संदिग्ध को स्थानीय चौकी में ला रही हैं। अब तक 45 फर्जी बाबाओं को हिरासत में लिया जा चुका है, जो धार्मिक आस्था से खिलवाड़ कर रहे थे।

जनता की चेतावनी: भेष देख कर न करें भरोसा, रिपोर्ट करें संदिग्ध गतिविधियां

प्रदेश सरकार ने जनता से अपील की है कि किसी भी अज्ञात साधु, बाबा, पीर-फकीर या संत की गतिविधि पर शक होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें। ऐसे फर्जी साधु न केवल आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं बल्कि सामाजिक तानेबाने को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

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