कंगना-शिवसेना कंट्रोवर्सी का एक साल

महाराष्ट्र में 1 से 10 सितंबर के बीच खुल सकते हैं मल्टीप्लेक्स, ऑफिस टूटने के ठीक एक साल बाद रिलीज हो रही है कंगना की फिल्म थलाइवी

महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार ने अब थिएटर खोले तो सबसे बड़ा फायदा कंगना को

महाराष्ट्र में सितंबर के पहले हफ्ते में थिएटर खुलने के संकेत हैं। इस बीच कंगना रनोट की फिल्म ‘थलाइवी’ 10 सितंबर को रिलीज करने का ऐलान भी हुआ है। बीते साल 9 सितंबर को ही कंगना के ऑफिस को बीएमसी ने तोड़ा था। शिवसेना और कंगना के बीच काफी विवाद हुआ और केंद्र सरकार ने कंगना को सिक्योरिटी भी दी थी। संयोग ही है कि अगर महाराष्ट्र में सितंबर से थिएटर खुलते हैं तो शिवसेना सरकार के इस फैसले का पहला और सबसे बड़ा फायदा कंगना को ही होगा।

महाराष्ट्र और शिवसेना फिर से चर्चा में हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बयानबाजी के लिए केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार किया गया है। बीते साल अभिनेत्री कंगना रनोत ने भी उद्धव ठाकरे और शिवसेना को लेकर ऐसी बयानबाजी की थी और नतीजे में उनके ऑफिस मणिकर्णिका पर बीएमसी का बुलडोजर चला था।

कंगना और महाराष्ट्र सरकार के बीच का झगड़ा

‘थलाइवी’ की नई रिलीज डेट के ठीक एक साल पहले बीते साल 9 सितंबर को कंगना के पाली हिल स्थित बंगले पर बीएमसी ने कार्रवाई की थी। कारण बताया गया था कि कंगना ने अपने बंगले में अवैध रूप से परिवर्तन करके ऑफिस बनवाया है।

उस वक्त कंगना और शिवसेना के बीच काफी बयानबाजी हुई थी। कंगना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से कहा था- आज मेरा बंगला टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा।

शिवसेना के तेवर नरम, लेकिन बदले का डर बरकरार

बीएमसी की कार्रवाई को बॉम्बे हाइकोर्ट ने अवैध बताया था। सरकार में शिवसेना के साथी एनसीपी ने भी एकदम से ऐसी कार्रवाई पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद शिवसेना के तेवर नरम पड़ गए।

सुशांत सिंह राजपूत केस में कंगना ने शिवसेना सरकार के खिलाफ बेबाक बयान दिए थे। ऐसा माना गाया कि उसी का बदला लेने के लिए बीएमसी ये कार्रवाई की थी। अब शिवसेना अगर बदले की वही कहानी दोहराने के मूड में है तो महाराष्ट्र में थिएटर खोलने में और देरी हो सकती है।

महाराष्ट्र के बिना रिलीज घाटे का सौदा

थलाइवी पहले 23 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, मगर कोरोना की दूसरी लहर के चलते टल गई। इसके बाद देश के बहुत से राज्यों में थिएटर खुले, मगर थलाइवी के लिए तमिलनाडु का इंतजार किया गया, क्योंकि जयललिता की बायोपिक होने की वजह से इसके लिए तमिलनाडु का बिजनेस सबसे अहम है।

तमिलनाडु में 23 अगस्त से थिएटर खोलने का फैसला लिया गया तो उसके तुरंत बाद ‘थलाइवी’ की रिलीज डेट अनाउंस हो गई। थलाइवी तमिल के अलावा तेलुगू और हिंदी में भी बनाई गई है।

‘थलाइवी’ को अकेले तमिलनाडु से ही इतने बिजनेस की उम्मीद है कि शायद उसके लिए महाराष्ट्र का बिजनेस इतना जरूरी न हो, लेकिन बाकी बड़ी फिल्में यह रिस्क नहीं ले सकतीं। हिंदी फिल्मों की कमाई में महाराष्ट्र का हिस्सा 25% होता है।

अक्षय कुमार की ‘बेल बॉटम’ महाराष्ट्र के बिना 19 अगस्त को रिलीज हुई, लेकिन चार दिन में महज 13 करोड़ का बिजनेस कर पाई। इस अनुभव के बाद बहुत कम फिल्म मेकर महाराष्ट्र के बिना फिल्म रिलीज करना चाहेंगे।

महाराष्ट्र में सितंबर से थिएटर खुलने के संकेत

महाराष्ट्र में मुंबई की लोकल ट्रेन से लेकर मॉल तक सब कुछ खुल चुका है। केवल सिंगल स्क्रीन सिनेमा और मल्टीप्लेक्स ही बंद हैं। फिल्म इंडस्ट्री रोज महाराष्ट्र सरकार पर थिएटर खोलने के लिए दबाव बना रही है।

महाराष्ट्र सरकार की ओर से 1 सितंबर से सिनेमा खोलने की अनुमति के अनौपचारिक संकेत मिल चुके हैं। दूसरी अनुमानित तारीख 10 सितंबर है। 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी है और यह महाराष्ट्र में सबसे बड़ा त्योहार है। संयोग से थलाइवी भी गणेश चतुर्थी पर ही रिलीज होने जा रही है।

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