दिल्‍ली आरएमएल अस्‍पताल में नर्सों की हड़ताल शुरू, प्रशासन की ये मांगें

नई दिल्‍ली. लंबे समय से चली आ रही तीन मांगों को लेकर दिल्‍ली नर्सेज यूनियन (Delhi Nurses Union) ने दिल्‍ली में आज हड़ताल कर दी है. राजधानी के राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल (RML Hospital) में एक सितंबर से हाथों में काले फीते बांधकर नर्सिंग स्‍टाफ (Nursing Staff) ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है. हालांकि सभी नर्सें स्‍टाफ, नर्सिंग ऑफिसर मांगों और विरोध के बावजूद मरीजों की देखरेख कर रहे हैं.

आरएमएल अअस्‍पताल (RML Hospital) के पीजीआई डायरेक्‍टर और मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. राणा ए के सिंह को दिए पत्र में नर्सों ने कहा कि कोरोना (Corona) के इस दौर में उन्‍हें हड़ताल के लिए मजबूर होना पड़ा है. उनकी तीन मांगें लंबे समय से लंबित हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जबकि इन्‍हें लेकर कई बार मीटिंग भी हो चुकी हैं. दिल्‍ली नर्सेज यूनियन की अध्‍यक्ष प्रेमरोज का कहना है कि नर्सों की तीन प्रमुख मांगें हैं.

 

प्रेमरोज कहती हैं कि नर्सों की दूसरी मांग आरएमएल में उच्‍च पदों पर नर्सों की सीधी भर्ती को लेकर है. अस्‍पताल में डिप्‍टी नर्सिंग सुप्रिटेंडेंट (DNS) और सीनियर नर्सिंग ऑफिसर (SNO) के पदों पर सीधे ही नर्सों को भर्ती किया जा रहा है जो कि सही नहीं है. हाल ही में दोनों पदों के लिए अस्‍पताल ने अखबार में विज्ञापन भी दिया है जबकि अस्‍पताल में ही लंबे समय से काम रही नर्सें प्रमोशन का इंतजार कर रही हैं.

दिल्‍ली के अन्‍य अस्‍पतालों में पहले से काम कर रहीं नर्सों को ही प्रमोट किया जा रहा है जबकि आरएमएल में नर्सों की अवहेलना कर बाहर से नर्सों को भर्ती किया जा रहा है जो गलत है और ऐसा नहीं होना चाहिए.

आउटसोर्स से नर्सों की भर्ती करना मरीजों के लिए भी खतरनाक है. इन्‍हें कॉन्‍ट्रेक्‍ट पर रखा जा रहा है और इनकी योग्‍यता और क्षमता को लेकर भी संशय है. ऐसे में इस प्रकार की भर्ती से फायदा कम और नुकसान ज्‍यादा होगा.दिल्‍ली नर्सेज यूनियन का कहना है कि उनकी हड़ताल जल्‍दी से जल्‍दी उनकी मांगों पर कार्रवाई को लेकर है. अगर अस्‍पताल प्रशासन इन पर कोई ध्‍यान नहीं देता है तो उन्‍हें हड़ताल को और ज्‍यादा लंबा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

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