अब जमकर बजेगा बैंड-बाजा, सजेंगी बरातें, गूंजेगी शहनाई

मकर संक्रांति के साथ शादी समारोह व मांगलिक कार्यों की धूम शुरू

 

नई दिल्ल्ली। 16 दिसम्बर 2022 से शुरू हुआ खरमास मकर संक्रांति के साथ समाप्त हो गया। साथ ही शुभ दिनों की शुरूआत हो चुकी है। लोग शादी-विवाह, जनेऊ, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों के लिए तारीख तय करने और उसकी तैयारी में जुट गए हैं। खरमास खत्म होने के साथ अब शहनाइयों की धुन भी सुनाई देने लग जाएंगी।
खरमास के कारण हिंदू धर्म में शादियां वर्जित थीं। अब जनवरी से मार्च तक शादियों के कई बड़े मुहूर्त आ रहे हैं। लोग अभी से ही विवाह के लिए शुभ मुहूर्त देखने लगे हैं। कोई कैलेंडर देख रहा है तो कोई पंडित से भी शुभ मुहूर्त देखने के लिए कह रहा है। खरमास के बाद ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सभी शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं। शादियों के लिए बुकिंग भी तेज हो गई है। इसके अलावा शादी कार्ड छापने को प्रिंटिंग प्रेस में भीड़ बढ़ गई है। खाना बनाने वाले कारीगर, मंडप सजाने वाले कलाकार सब ढूंढे जा रहे हैं। बात तय कर एडवांस देने की प्रक्रिया भी जारी है। कारीगर द्वारा उपलब्ध कराए गए सूची के अनुसार, किराने का सामान, दूध, दही का आर्डर दिया जा रहा है। गेंदा, गुलाब फूल के भी आर्डर दिए जाने लगे हैं। पंडितों काे दक्षिणा देकर उन्हें आमंत्रित किया जा रहा है। कपड़े की दुकानों पर भी एकबारगी खरीदारों की भीड़ बढ़ गई है।

खरमास खत्म होने के साथ शुरू हुआ शुभ कार्यों का दौर
ज्योतिषाचार्य पं. बृजेश चतुर्वेदी ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति के दिन से खरमास खत्म हो जाते हैं और शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन सूर्य देव की उपासना करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में गंगा स्नान और दान करने से व्यक्ति के सात जन्मों के पाप धुल जाते हैं और सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है।

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