वन विभाग की लापरवाही ने ली तेंदुए के बच्चे की जान, गन्ने के खेत में मिला शव

वन विभाग की लापरवाही से एक तेंदुए के बच्चे की जान चली गई। गन्ने के खेत में मृत पाया गया। जबकि फतेहगंज पूर्वी इलाके में पिछले एक महीने से तेंदुआ होने की सूचना है मिल रही थी। वन विभाग के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार की सुबह लखनापुर गांव में गन्ने के खेत में एक तेंदुआ मृत पाया गया। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट होगा। हालांकि उसके चेहरे और पैर में चोट का निशान भी है। संभवता दो तेंदुओं के बीच खूनी संघर्ष में कम उम्र के तेंदुआ की जान जाने की बात कही जा रही है।

बरेली के तराई क्षेत्रों में पिछले तीन-चार सालों से लगातार तेंदुओं की संख्या बढ़ रही है, मीरगंज, फतेहगंज पूर्वी,बहेड़ी,फरीदपुर, आंवला आदि क्षेत्रों में अक्सर तेन्दुआ देखे जा रहे हैं। यह जीव दिन में शिकार को कम निकलता है। रात में ही शिकार करता है, इसलिए इंसानों से इनका आमना-सामना कम होता है। दिन में पेड़ों की घनी टहनियों के बीच आराम करते हैं। फतेहगंज पूर्वी के लखना पुर गांव में एक तेंदुए के बच्चे का शव गन्ने के खेत में मिला है। हालाकी गांव वालों की सूचना पर पुलिस ने वन विभाग को अवगत करा दिया है।

डीएफओ के निर्देशन में फरीदपुर के रेंजर उस मृत तेंदुए के बच्चे का पोस्टमार्टम कराएंगे। नर तेंदुआ है। जिसकी उम्र करीब 7 से 8 महीने होगी। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट होगा। डीएफओ भारत लाल का कहना है ,पुलिस के माध्यम से सूचना मिली है। फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के लखमापुर गांव में एक तेंदुआ का बच्चा मृत पाया गया है। टीम को मौके पर भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद मौत का सही कारण पता चलेगा।

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