नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा वापस, लेकिन क्या सीएम चन्नी से टकराव हुआ खत्म?

चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) कांग्रेस (Congress) में स्थितियां ठीक होते भले दिख रहीं हों लेकिन अंदरखाने हालात अभी भी जस के तस हैं. नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने पंजाब कांग्रेस के पद से दिया इस्तीफा वापस ले लिया है और कहा जा रहा है कि फिर से काम पर जुट गए हैं. उधर एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिद्धू की सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से टकराव जारी है. माना जा रहा है कि राज्य में कांग्रेस का सियासी ड्रामा जारी रहेगा. सिद्धू ने शुक्रवार को पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने और अध्यक्ष पद पर बने रहने का फैसला किया.

राहुल गांधी के 12, तुगलक लेन स्थित आवास पर उनसे मुलाकात के बाद सिद्धू ने कहा कि सभी मुद्दों का समाधान निकाल लिया गया है. बैठक में कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे. सिद्धू ने कहा, ‘मैंने अपनी चिंताओं से राहुल गांधी जी को अवगत कराया. सारे मुद्दों को हल कर लिया गया है.’ रावत ने कहा कि सिद्धू ने अपना इस्तीफा वापस लेने और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का कामकाज फिर से संभालने का विश्वास दिलाया.

उन्होंने कहा, ‘हमने सिद्धू जी से कहा है कि उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा.’ इससे एक दिन ही पहले ही, सिद्धू ने कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा हरीश रावत से मुलाकात की थी तथा उन मुद्दों से वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया, जिनको लेकर उन्होंने पिछले दिनों पद छोड़ा था.

चन्नी सरकार पर हमले से नाराज हाईकमान
उधर, पार्टी हाईकमान सिद्धू से चन्नी सरकार पर हमलावर होने की वजह से नाराज है. उन्हें स्पष्ट कह दिया गया है कि आगे किसी भी मुद्दे पर वह प्रभारी हरीश रावत से बात करें. उन्हें सीधे राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा से बात करने की जरूरत नहीं है. पार्टी सूत्रों के अनुसार हाईकमान – ट्विटर पर इस्तीफे की जानकारी देने और चन्नी सरकार पर सवालिया निशाना उठाने को लेकर नाराज है. नाराजगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित पंजाब भवन में बैठे सिद्धू को रात 8 बजे हरीश रावत की मौजूदगी में बैठक के लिए बुलाया गया.

जानकारों का मानना है कि दिल्ली में हुई बैठक के दौरान चन्नी और सिद्धू के मुद्दों पर कोई स्पष्ट हल होता नहीं दिख रहा है ऐसे में अभी यह कह पाना मुश्किल है कि सिद्धू कितने दिन शांत बैठेंगे.पंजाब के राजनीतिक मामलों के जानकारों का मानना है कि सिद्धू , सीएम बनना चाबहते हैं और इसके बिना वह शांत बैठेंगे शायद ही ऐसा हो. पिछले दिनों उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वह कथित तौर पर अपशब्द कहते हुए कहा था – सरदार भगवंत सिंह के लड़के (सिद्धू) को सीएम बनाया होता तो फिर देखते की कामयाबी क्या होती है.

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