प्लेन क्रैश: DGCA ने कई बार भेजा था ‘Air India’ को चेतावनी भरा लेटर, बड़े अधिकारी का चौंकाने वाला खुलासा

अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद भीषण हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत 241 लोगों की जान चली गई। अब इस त्रासदी पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ. सनत कौल ने कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

एक साथ दोनों इंजन फेल कैसे हुए ?

डॉ. कौल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है, लेकिन उससे भी अधिक चिंता का विषय यह है कि दोनों इंजन एक साथ कैसे फेल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे मामलों में तकनीकी विफलता के साथ-साथ रखरखाव की गुणवत्ता और संचालन में लापरवाही की भी जांच जरूरी है।”

हादसे का शिकार हुआ था महज 10 साल पुराना बोइंग विमान

जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार बना विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था, जो केवल 10 साल पुराना था। हालांकि, डॉ. कौल ने बताया कि बोइंग एक सदी पुरानी कंपनी है, लेकिन हाल के वर्षों में इसके विमान निर्माण को लेकर कई तकनीकी खामियां उजागर हुई हैं। अमेरिका में इन खामियों को लेकर जांच भी जारी है।

DGCA पहले ही दे चुका था चेतावनी

डॉ. कौल ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया को कई बार लिखित चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा, “DGCA की चेतावनियों के बावजूद अगर जरूरी मरम्मत या जांच नहीं करवाई गई, तो यह सुरक्षा में बड़ी चूक मानी जाएगी।”

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगी जांच, बोइंग की टीम भी होगी शामिल

भारत सरकार ने हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दी है। साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के विमानन विशेषज्ञ और बोइंग की टीम भी जांच में शामिल होगी। डॉ. कौल ने बताया कि भारत का विमानन ढांचा वैश्विक मानकों के अनुसार मजबूत है, लेकिन इस तरह की घटनाएं उसके क्रियान्वयन पर सवाल खड़े करती हैं।

241 लोगों की मौत, कई देशों के नागरिक शामिल

फ्लाइट में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे। अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही विमान एक अस्पताल के हॉस्टल से टकराकर जलकर खाक हो गया। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अलावा 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक की भी मौत हो गई।

विजय रूपाणी की असमय मौत से गुजरात में शोक

पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अपने परिवार से मिलने लंदन जा रहे थे। लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। उनकी मौत ने पूरे गुजरात और खासकर राजकोट को शोक में डुबो दिया है। राजनीतिक दलों से लेकर आम जनता तक सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

 

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