कांवड़ यात्रा से पहले ही योगी के मंत्री ने दी चेतावनी.. “बिना नाम नहीं चलेगी दुकान!”, बयान से फिर मचा बवाल

उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारियों के बीच एक पुराना मुद्दा फिर चर्चा में है। इस बार राज्य सरकार के मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के सख्त रुख के कारण दुकानों पर नेम प्लेट लगाने का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है।
मंत्री कपिलदेव अग्रवाल का निर्देश: नाम प्लेट लगाना अनिवार्य
उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने स्पष्ट किया है कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली सभी दुकानों को अपने यहां नाम की पट्टिका (नेम प्लेट) लगानी अनिवार्य होगी। उनका यह बयान प्रशासनिक सख्ती की ओर इशारा करता है। मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि आदेश का पालन न करने वाले दुकानदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
साल भर बाद फिर उठा मुद्दा, गर्माई बहस
गौरतलब है कि यह मुद्दा एक साल पहले भी चर्चा में आया था, लेकिन अब यात्रा से कुछ हफ्ते पहले मंत्री के ताजा बयान ने इसे फिर से गर्मा दिया है। धार्मिक यात्राओं के दौरान कानून-व्यवस्था और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह कदम आवश्यक बताया जा रहा है।
धार्मिक आस्था के साथ प्रशासनिक नियंत्रण
कांवड़ यात्रा उत्तर भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। ऐसे में यात्रा मार्ग पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को कई स्तर पर काम करना होता है। दुकानों पर नेम प्लेट लगाने की योजना का उद्देश्य यही है कि कोई असामाजिक तत्व दुकान की आड़ में गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम न दे सके।
स्थानीय प्रशासन को मिले सख्त निर्देश
मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक दुकान पर नाम की पट्टिका स्पष्ट रूप से लगाई गई हो। प्रशासन को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे निगरानी करें और अनुपालन न करने वालों को चिह्नित करें।
जनता और व्यापारियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस आदेश को लेकर आम जनता और व्यापारी वर्ग में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे सुरक्षा और पारदर्शिता की दिशा में अच्छा कदम मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे अनावश्यक दबाव की तरह देख रहे हैं। हालांकि, प्रशासन का मानना है कि इससे यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने में मदद मिलेगी।