आज बंद हो जाएगी ग्रेटर नोएडा से गुजरने वाली मुगलकालीन सड़क! पढ़ें आज की 10 बड़ी खबरें

नोएडा. आज ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) से होकर गुजरने वाली सड़क को बंद कर दिया जाएगा. लोगों का दावा है कि यह मुगलकालीन सड़क है. इस सड़क को जेवर (Jewar), झाजर और सिकंदराबाद रोड भी कहा जाता है. लेकिन जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के चलते इस सड़क को बंद किया जा रहा है. वजह है सड़क का 4 किमी का हिस्सा जेवर एयरपोर्ट के निर्माण क्षेत्र में आ रहा है. सड़क बंद होने से 20 गांवों समेत बाहर से आने वाले वाहनों का जेवर से संपर्क टूट जाएगा. हालांकि संबंधित विभागों ने वैकल्पिक रोड की तलाश कर ली है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) सड़क बनवाने का काम करेगी. हालांकि सड़क बंद करने की मुनादी दिसम्बर 2021 में ही पिटवा दी गई थी. दूर-दूर तक सड़क बंद होने के बोर्ड भी लगवा दिए गए हैं.

 हाइवे बंद होने से इन्हें होगी सबसे ज्यादा परेशानी

मुगलकालीन सड़क को अब जेवर-बुलंदशहर हाइवे के नाम से जाना जाता है. 21 फरवरी से बंद हो जाएगा. इस दौरान हरियाणा और राजस्थान की ओर से बुलंदशहर, सिकंदराबाद आने-जाने वाले वाहन चालक और झाजर से जेवर तक इस हाइवे पर पड़ने वाले कलुपूरा, जौनचाना, आकलपुर, बीरमपुर, मुढरह, रन्हेरा, कुरैब आदि गांव के लोगों को भी हाइवे बंद होने की परेशानी उठानी पड़ेगी. वहीं इन गांवों का जेवर से सीधा संपर्क भी खत्म हो जाएगा.

1-डेंगू से आर पार की लड़ाई के मूड में सरकार, 5 साल के अंदर दवाई होगी विकसित

पिछले दो तीन साल से कोरोना (Corona) को लेकर जो बदहवासी छाई हुई है वह अब तक कम नहीं हुई है. वैक्सीन भी शत प्रतिशत कारगर नहीं है. इसलिए पूरी दुनिया अब भी इसका इलाज ढूंढने में लगी है. दरअसल, कोरोना ने हमारी स्वास्थ्य सेवाओं में कमिओं की नंगी तस्वीर को उजागर कर दिया है. यही कारण है कि दुनिया भर के सरकारें स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को प्राथमिकता में लेने लगी है. हम सब जानते हैं कि देश में डेंगू का कितना प्रकोप रहता है. हर साल हजारों लोगों को डेंगू (Dengue ) की बीमारी होती है. इस बीमारी का भी कोई इलाज नहीं है. अब भारत सरकार डेंगू की बीमारी से निपटने के लिए आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गई है. इसके लिए बायोटेक्नोलॉजी विभाग के टीएचएसटीआई (Transitional Health Science and Technology Institute -THSTI) ने डीएनडीआई (Drugs for Neglected Diseases initiative-(DNDi) India Foundation के साथ समझौता किया है. इस समझौते के तहत अगले पांच साल के अंदर डेंगू की प्रभावशाली दवा को विकसित किया जाएगा.

2-आज यूपी में चौथे चरण के लिए तीन जनसभाएं करेंगे अमित शाह

20 फरवरी को पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Elections 2022) संपन्‍न हुए हैं. इस दौरान पंजाब की 117 सीटों पर मतदान हुआ. वहीं उत्‍तर प्रदेश (UP Elections 2022) में रविवार को तीसरे चरण के लिए मतदान किया गया. तीसरे चरण में उत्‍तर प्रदेश के तीन हुआ. एक ओर जहां पंजाब में 65.50 फीसदी मतदान किया गया तो वहीं दूसरी ओर उत्‍तर प्रदेश में 60.46 फीसदी वोट डाले गए.

3-कर्नाटक के Nandi Hills में फंसा 19 वर्षीय छात्र, Video में देखें भारतीय वायुसेना ने उसे बचाया

बेंगलुरु: एक साहसी मिशन के तरह भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) और चिक्कबल्लापुर पुलिस (Chikkaballapur Police) ने एक 19 वर्षीय छात्र को सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया, जो नंदी हिल्स रेंज (Nandi Hills Range) में एक खड़ी चट्टान (Steep Cliff) से 300 फीट नीचे चट्टानी कगार (Rocky Ledge) पर गिर गया था. न्यूज एजेंसी एएनआई ने भारतीय वायु सेना के इस रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो शेयर किया है.

इस वीडियो में IAF का हेलीकॉप्टर उस चट्टानी कगार पर मंडराता हुआ दिखाई दे रहा है, जहां छात्र चट्टान से गिरने के बाद फंस था. फिर भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर धीरे-धीरे छात्र के करीब पहुंचता है और उसे कगार से सुरक्षित निकालने में सफल रहता है. छात्र इस खतरनाक स्थान पर कैसे पहुंचा, इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है.

4-CM नीतीश के मंत्री बोले- देश में जब-जब हिंदू घटा, देश बंटा, RJD ने जताया एतराज

बिहार के कृषि मंत्री के धार्मिक आधार पर दिए बयान से राज्य का सियासी तापमान (Bihar Politics) बढ़ सकता है. बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार (Nitish Government) में मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि जब-जब देश में हिंदू (Hindu) घटा है, देश बंटा है. उन्होंने यह बात तब कही जब उनसे सवाल पूछा गया था कि बिहार में जातिगत जनगणना (Caste Census) की मांग हो रही है और बीजेपी पर यह आरोप लग रहा है कि सर्वदलीय बैठक के लिए वो तैयार नहीं है. इस पर कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह (Agriculture Minister Amrendra Pratap Singh) ने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग जो कर रहे हैं वो जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) की बात क्यों नहीं करते हैं. अगर देश की बढ़ती आबादी खास कर मुस्लिम आबादी को बढ़ने से जल्द नहीं रोका गया तो यह बेहद खतरनाक होगा.

अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि देश के साथ-साथ बिहार के कई जिलों में खास कर सीमांचल, मिथिलांचल और कोसी इलाके के कई गांवों में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ रही है, चिंता सिर्फ इस बात की नहीं है बल्कि उन जिलों के कई गांव ऐसे है जहां हिंदू आबादी अल्पसंख्यक होती जा रही है और मुस्लिम बहुसंख्यक होते जा रहे हैं. अगर यही हाल रहा तो बिहार की हालत काफी खतरनाक हो जाएगी क्योंकि इतिहास है कि देश में जब-जब हिंदू आबादी किसी क्षेत्र विशेष में घटा है, देश बंटा है.

5-‘चीनी घुसपैठ’ के दावे पर राहुल गांधी को राजनाथ सिंह का जवाब- बोलने से पहले सोचें और अपना दिमाग लगाएं

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को करारा जवाब दिया. उन्होंने कांग्रेस सांसद के चीनी घुसपैठ (China Incursion) के दावे को लेकर पलटवार किया. राजनाथ सिंह ने गांधी परिवार के वंशज को कोई भी बयान देने से पहले सोचकर बोलने की नसीहत दी, खासकर राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर. लखनऊ में में राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है क्योंकि कांग्रेस वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ रहे हैं.

दरअसल राहुल गांधी ने मई 2020 में गलवान घाटी संघर्ष के संबंध में भारतीय क्षेत्र में चीन की घुसपैठ पर केंद्र से जवाब मांगा है. जिसकी वजह से पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लंबे समय तक गतिरोध जारी है. राजनाथ ने  कहा, “मैं क्या कहूं? मुझे दुख होता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर इस तरह की बयानबाजी हो रही है. इस पर कोई आरोप या प्रतिवाद नहीं होना चाहिए. मैं भारत के लोगों को बताना चाहता हूं कि कोई भी देश के एक इंच हिस्से पर भी कब्जा नहीं कर पाएगा.

6-लोकल मुद्दे छोड़कर CAA-NRC बना लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र का चुनावी मुद्दा

चुनावी पंडित और सियासी दलों का मानना है कि विधानसभा (Assembly ELection) और लोकसभा के चुनाव (Lok Sabha Elections) बिल्कुल ही अलग मुद्दों पर लड़ा जाता है. विधानसभा में ज्यादातर लोकल मुद्दे रहते हैं जिससे आम जनता का हर रोज का सरोकार रहता है और लोकसभा के चुनावों में राष्ट्र से जुड़े या देश के स्तर के मुद्दों को प्राथमिकता दी जाती है.

उत्तर प्रदेश में चारों तरफ महंगाई, रोजगार, कानून व्यवस्था मुद्दा है मगर इस बार यूपी की राजधानी लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट पर CAA-NRC चुनावी मुद्दा बन गया है. आइए आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं. कांग्रेस ने यहां से सदफ जफर को अपना प्रत्याशी बनाया है. सदफ जफर ने लखनऊ में CAA-NRC के प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था.

प्रदर्शन के दौरान बवाल होने के बाद सदफ जफर को उनके साथियों के साथ जेल भेजा गया था. यही नहीं पूरे शहर में 125 जगहों पर होर्डिंग्स भी लगी थी जिसमें बलवाइयों की फोटो के साथ पब्लिक प्रापर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों से रिकवरी की बात लिखी थी. हालांकि अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार ने रिकवरी का आदेश वापस ले लिया.

7-गोपालगंज: वाहन चेकिंग में ट्रक से 20,000 प्रतिबंधित कफ सिरप की फाइल जब्त, 2 तस्कर गिरफ्तार

बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) में शराब पकड़ने के लिए की जा रही वाहन चेकिंग (Vehicle Checking) में उत्पाद विभाग की टीम ने ट्रक से 19,800 प्रतिबंधित कफ सिरप फेंसिडिल (Phensedyl Cough Syrup) बरामद किया है. बरामद कफ सिरप की कीमत लगभग 38 लाख रुपये है. उत्पाद विभाग ने यूपी-बिहार की सीमा पर कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलथरी चेक पोस्ट से यह प्रतिबंधित कफ सिरप पकड़ा है. पुलिस ने इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर जिले के निवासी हैं.

उत्पाद निरीक्षक प्रकाश चंद्र ने बताया कि जब्त प्रतिबंधित कफ सिरप फेंसिडिल को तस्करी कर लखनऊ से गोपालगंज लाया जा रहा था. यह कारवाई उत्पाद विभाग के टीम ने कुचायकोट के बलथरी चेक पोस्ट पर की है. उन्होंने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश से ट्रक में भारी मात्रा में अवैध सामान लाया जा रहा है. सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम ने उत्तर प्रदेश की तरफ से आने वाले वाहनों की सघन तलाशी तो एक ट्रक में फर्नीचर और पेंट के सामान के बीच 100 कार्टन प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप बरामद किया गया.

8-कोरोना के मामले घटे, चुनाव आयोग ने स्टार प्रचारकों की संख्या पर लगा प्रतिबंध हटाया, जानें नई गाइडलाइन

कोरोना संक्रमण (Corona Infection Cases) का ग्राफ घटने के बाद पांच राज्यों में में जारी चुनाव (assembly polls 2022) के बीच चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों को बड़ी राहत दी है. कोरोना की वजह से स्टार प्रचारकों (Star Campaigners) की संख्या में लगे प्रतिबंध को आयोग ने अब हटा दिया है. अब सभी राष्ट्रीय और राज्य पार्टियां चुनाव प्रचार में 40 स्टार प्रचारकों के साथ चुनावी अभियान में उतार सकेंगी.

इसके अलावा चुनाव आयोग ने ऐसी जो पार्टियां जो पंजीकृत तो हैं लेकिन उन्हें राष्ट्रीय या फिर राज्य पार्टी का दर्जा नहीं मिला है, वो अब 20 प्रचारकों के साथ चुनाव प्रचार में उतर सकती हैं. बता दें कि चुनाव आयोग ने अक्टूबर 2020 को राष्ट्रीय और राज्य पार्टी का दर्जा पाए दलों की स्टार प्रचारकों की संख्या को 40 से घटाकर 30 कर दिया था जबकि वहीं बाकी दलों के लिए 20 स्टार प्रचारक के लिए 15 संख्या कर दी थी.

9-मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने नहीं डाला वोट, सैफई में हो रहा था इंतजार, जानें वजह

यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सैफई के लोग मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav)का इंतजार करते रहे, लेकिन वह वोट डालने के लिए नहीं आईं. ऐसा पहली बार हुआ है कि उन्‍होंने अपना वोट नहीं डाला है. यही नहीं, अपर्णा के साथ ही उनके पति प्रतीक यादव (Prateek Yadav) और सास साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है. वहीं, तीनों लोगों को वोट डालने नहीं आना इलाके में चर्चा का कारण बना हुआ है.

बता दें कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता, बेटे प्रतीक यादव और बहू अपर्णा यादव का नाम सैफई की वोटर लिस्ट में है. इन तीनों लोगों को सैफई स्थित अभिनव स्कूल में अपने मताधिकार का प्रयोग करना था, लेकिन देर शाम तक कोई भी वोट डालने के लिए नहीं आया. हालांकि सुबह से ही लोग उनके वोट डालने के लिए सैफई आने का इंतजार कर रहे थे.

10-क्या आतंकवाद के प्रति नरम रुख रखती थी सपा सरकार? इन तथ्यों से समझें पीएम मोदी के आरोपों का आधार

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पीएम मोदी (PM Narendra Modi in Hardoi) ने रविवार को चुनावी जनसभा को संबोधित किया. हरदोई के चुनावी मंच से पीएम नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट ( Ahmedabad serial Bomb Blast Case) मामले में कोर्ट की तरफ से 38 दोषियों को फांसी की सजा और 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद सपा के कार्यकाल में आतंकवाद पर नरम रुख अपनाए जाने को लेकर बड़ा हमला किया.

पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि सपा सरकार हमेशा ही आंतकवाद पर नरम रुख रखती रही है. आइए जानते हैं कि आखिर ऐसे कौन कौन से मामले हैं जिन्हें लेकर अक्सर समाजवादी पार्टी सवालों के घेरे में रही है.

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