MQM ने विपक्षी दलों से की समझौता, इमरान खान आज दे सकते हैं इस्तीफा

अल्पमत में आने के बाद इमरान खान फ्लोर टेस्ट से पहले ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार जाती दिख रही है. फ्लोर टेस्ट से पहले इमरान खान को बुधवार को बड़ा झटका लगा है. पीटीआई सरकार के सहयोगी पार्टी MQM ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से ठीक पहले विपक्षी दलों से समझौता कर लिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि अल्पमत में आने के बाद इमरान खान फ्लोर टेस्ट से पहले ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं

पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर बताया कि संयुक्त विपक्ष और MQM के बीच एक समझौता हुआ है. राबता कमेटी MQM और PPP सीईसी समझौते की पुष्टि की.

इमरान खान की पार्टी के करीब 2 दर्जन सांसद बागी

इमरान खान की पार्टी के करीब 2 दर्जन सांसद बागी हैं. इसके अलावा सरकार में सहयोगी पार्टियों MQMP, PMLQ और जम्हूरी वतन पार्टियों ने भी एक एक कर साथ छोड़ना शुरू कर दिया है.

अपनी ही पार्टी के सांसदों को धमका रहे इमरान

इमरान खान (Imran Khan) को कुर्सी बचाने के लिए वोट चाहिए. पार्टी में भगदड़ मची है. ऐसे में घबराकर इमरान खान ने कुर्सी बचाने की आखिरी कोशिश की है. इमरान ने अपनी ही पार्टी के सांसदों को धमकाना शुरू कर दिया है.

आदेश का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

एक पन्ने की धमकी वाली चिट्ठी में इमरान खान ने लिखा है कि पीटीआई की पार्लियामेंट्री पार्टी का कोई नेता अविश्वास प्रस्ताव पर वोट नहीं करेगा. वोटिंग के दिन पीटीआई को कोई सांसद संसद में आएगा भी नहीं. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीटीआई का वही सांसद बोलेगा जिसे हम (इमरान खान) कहेंगे. अगर इस आदेश का उल्लंघन हुआ तो उस पर कार्रवाई होगी.

विपक्षी गठबंधन शहबाज शरीफ को बनाया PM उम्मीदवार

वहीं सोमवार को विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) ने शहबाज शरीफ को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है. उधर, इमरान खान ने सहयोगी पार्टी PML-Q को विपक्ष के पाले में जाने से रोकने के लिए उसे पंजाब प्रांत के CM का पद परोसकर मुकाबले में अपना आखिरी पत्ता भी खेल दिया है.

अब क्या है सियासी समीकरण

पाकिस्तान असेंबली में 342 सदस्य हैं. संविधान के हिसाब से बहुमत के लिए 172 सदस्य होने जरूरी हैं. MQM के इमरान खान का साथ छोड़ने के बाद विपक्ष के पास 177 सदस्यों का समर्थन हो जाएगा. इमरान खान के पास 164 सदस्यों का समर्थन ही रह जाएगा. विपक्ष को इमरान खान की सरकार गिराने के लिए सिर्फ 172 सदस्यों की जरूरत है, जो पूरा होता नजर आ रहा है.

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