लाशों के अम्बार के लिए मोदी और योगी की सरकार जिम्मेदार – रामगोविंद चौधरी

बलिया। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि देश और प्रदेश में चारो तरफ हाहाकर और लाशों के अम्बार के लिए मोदी और योगी सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। दोनों सरकारों का यही रवैया रहा तो आने वाले दिनों में यह संकट और विकट होगा। उन्होंने कहा है कि इसे लेकर समाजवादी पार्टी के साथी लोगों को जागरूक करें और बताएं कि सतर्कता ही एक मात्र वह रास्ता है जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकता है।

शनिवार को कोरोना की भेंट चढ़ गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि एक फरवरी 2021 को देश में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 11427 मामले आने के बाद भी मोदी सरकार ने फरवरी मार्च के महीने में कोरोना के मुकाबले के लिए ही गठित राष्ट्रीय टास्क फोर्स की बैठक करना या कराना उचित नहीं समझा। कोरोना पैर पसारता रहा और मोदी सरकार कान में तेल डाले पड़ी रही। एक अप्रैल 2021 को देश में संक्रमण के 72 330 मामले मिले, पांच अप्रैल 2021 को यह संख्या एक लाख से अधिक हो गई। कोरोना रोज बढ़ता रहा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री श्री अमित शाह तथा उनके नगीने चुनाव में लगे रहे, रैली करते रहे। 13 अप्रैल 2021 को देश में जब संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख से ऊपर हो गई, चारो तरफ हाहाकार मच गया, तब जाकर 15 और 21 अप्रैल को टास्क फोर्स की बैठक करने की जहमत उठायी गई। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तो पूछिए ही नहीं ! ऑक्सीजन संकट को लेकर केवल यूपी में नहीं, पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है, इसे लेकर सर्वोच्च न्यायालय चिंतित है। इधर तीन दिन से खुद प्रधानमंत्री भी दिखा रहे हैं कि वह ऑक्सीजन और कोरोना संकट को लेकर चिंतित हैं। इधर हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी रोज अपनी तस्वीर के साथ बयान प्रकाशित करवा रहे हैं कि ऑक्सीजन का कोई संकट नहीं है। वह केवल गोरखपुर की तरफ ही देख लेते तो ऐसा बयान नहीं देते। कोरोना के मुकाबले को लेकर उनके रेफरल हां और रेफरल नां के फैसले ने तो लोगों के दिमाग में दिल्ली से दौलताबाद और दौलताबाद से दिल्ली की घटना की याद ताजा कर दी है।

नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि यूपी में सरकार की उल्टी सोच के कारण जिलों के अस्पताल केवल रेफर केंद्र बनकर रह गए हैं। दूसरे बड़े अस्पताल भी ओवर लोडेड हैं। न बेड है, न वेंटिलेटर है और न जरूरी दवाएं हैं। चारो तरफ त्राहि त्राहि की स्थिति है। उन्होंने कहा है कि कुल मिलाकर इंतजाम के नाम पर जिम्मेवार यूपी के केंद्रों से मरीज और उसके परिजन को सिर्फ होम आइसोलेशन में रहने का जवाब मिल रहा है। बहुत प्रयास करने पर कहा जाता है कि इंतजार करिए, नम्बर आने पर सूचना दी जाएगी।

नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश ने समाजवादी साथियों से कहा है कि लोगों को इस गैरजिम्मेदार सरकारों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा है कि आपके आसपास किसी में इसका प्रारम्भिक लक्षण दिखे तो उसे आस पास के डॉक्टर के पास तुरन्त जाने की सलाह दीजिए और डाक्टर की राय के अनुसार ही पीड़ित की इलाज में सहयोग करिए, खुद सतर्क रहकर।

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