Budget 2021: दिल्ली NCR में दौड़ेंगी नई तकनीकों से बनी मेट्रो, जानें क्या है खासियत

आज केंद्र सरकार ने अपने इस कार्यकाल का तीसरा आम बजट (Union Budget 2021) पेश किया है। इस बजट में मेट्रो को लेकर भी एक बड़ी घोषणा की गई है। अब मेट्रो बनाने में नियो (Neo metro) और लाइट (Light Metro) नाम की दो नई तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। दिसंबर 2020 में ही नियो मेट्रो को लॉन्च किया गया था।

केंद्र सरकार की इस योजना के अनुसार उन शहरों में निओ मेट्रो चलाई जाएगी जहां 20 लाख आबादी होगी। रबर टायर से चलने वाली इस मेट्रो की लागत सामान्य मेट्रो से 40 प्रतिशत कम होगी। वहीं इसका मुनाफा इसकी लगात से दोगुना हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो के चौथे फेज में निओ मेट्रो को लाया जा सकता है।

NCR में भी आ सकती है NEO मेट्रो
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाकों में निओ मेट्रो को लाया जा सकता है। वहीं दिल्ली के रिठाला से नरेला के बीच मेट्रो लाइट कॉरिडोर बनाने निर्णय लिया गया है। इस कॉरिडोर की लंबाई 21.7 किलोमीटर होगी। वहीं अच्छी बात ये है कि इसको बनाने में आम मेट्रो कॉरिडोर के मुकाबले 50 फीसदी कम खर्चा होगा। इसके साथ ही इसके संचालन में भी कम पैसा लगेगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि रिठाला-नरेला मेट्रो लाइट कॉरिडोर के साथ ही कीर्ति नगर-द्वारका कॉरिडोर की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) भी दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) तैयार कर चुकी है। इस डीपीआर को मंजूरी के लिए दिल्ली सरकार के पास भेजा जा चुका है।

यहां चल सकती है लाइट मेट्रो
वहीं नोएडा मेट्रो रेल निगम (NMRC) ने भी बीते साल नोएडा सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन और ग्रेटर नोएडा स्थित एक्वा लाइन डिपो से बोड़ाकी रेलवे स्टेशन तक लाइट मेट्रो चलाने का विचार व्यक्त किया था। इन दोनों रूटों पर मेट्रो का काम शुरू हो चुका है। इसके लिए टेक्नो इक्नॉमिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर काम किया जा रहा है जो अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है।

लाइट मेट्रो के संचालन में सामान्य मेट्रो की तुलना में कम खर्चा आता है। इसके स्टेशन अन्य की तुलना में काफी छोटे होते हैं। इस मेट्रो में सामान्य मेट्रो की तुलना में यात्री क्षमता कम होती है। हालांकि इसके निर्माण में 50 फीसदी कम खर्च आता है। बताया जाता है कि दिल्ली के अतिरिक्त गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और झांसी समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में लाइट मेट्रो दौड़ने वाली है। नियो मेट्रो लाइट मेट्रो से भी हल्की होती है। एक प्रकार से ट्रॉम के प्रकार की होती है।

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